देखिए कैसे बच्चे भर रहे हैं कल्पनाओं की उड़ान Aligarh news
सर्वशक्ति सेवा संस्था बच्चों की कल्पनाओं की उड़ान में मदद कर रही है। संस्था के माध्यम से छोटे-छोटे बच्चों को चित्रकला गायन वादन और नृत्य आदि में पारंगत किया जा रहा है। चित्रकला में तो बच्चों की बेहतरीन कलाकारी देखते ही बनती है।
अलीगढ़, जेएनएन : सर्वशक्ति सेवा संस्था बच्चों की कल्पनाओं की उड़ान में मदद कर रही है। संस्था के माध्यम से छोटे-छोटे बच्चों को चित्रकला, गायन, वादन और नृत्य आदि में पारंगत किया जा रहा है। चित्रकला में तो बच्चों की बेहतरीन कलाकारी देखते ही बनती है। संस्था की ओर से कक्षा छह से 12 तक के बच्चों के हुनर को उड़ान दी जा रही है।
बच्चों मे होती है असीम प्रतिभा
संस्था के सचिव विक्की गुप्ता कहते हैं कि बच्चों के अंदर असीम प्रतिभा छिपी होती है, बस उसे बाहर निकालने की जरूरत होती है। एक बार उन्हें मौका मिल जाए तो उनकी प्रतिभाएं सामने आ जाती है। सर्वशक्ति सेवा संस्था सेवा के कार्य में हमेशा तत्पर रहती है। मगर, एक बार एक कार्यक्रम में बच्चों की प्रतिभा देखी तो निर्णय ले लिया कि संस्था की ओर से बच्चों को चित्रकला, गायन, वादन आदि सिखाने की व्यवस्था की जाएगी।
प्रतिभा की करें पहचान
संस्था के अध्यक्ष संतोष वाष्र्णेय कहते हैं कि छोटी उम्र में यदि बच्चों की प्रतिभा को पहचान लिया जाए तो उन्हें आगे बढ़ने का भरपूर मौका मिलता है। उन्हें सीखने का समय रहता है, जिससे वह प्रतिभा को निखार सकते हैं। संस्था ने जब बच्चों को परखा तो उनके अंदर तमाम प्रतिभाएं निकल कर आईं। कोई गायन में तो कोई संगीत में तो कोई नृत्य में तेज था। सब एक से बढ़कर एक प्रतिभावान थे। संतोष वाष्र्णेय ने कहा कि संस्था बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए पूरी कोशिश करेगी।
बच्चों ने प्रदर्शित किए भाव
अभी हाल में हुई चित्रकला प्रतियोगिता में बच्चों ने कोरोना योद्धाओं के लिए अपने भाव व्यक्त किए। बच्चों ने डाक्टर, पुलिसकर्मी, स्वच्छता कर्मी, मीडिया कर्मी आदि के कार्यों की सराहना की। चित्रकला के माध्यम से दिखाया गया कि किस प्रकार से कोरोना काल में डाक्टर सेवा भाव से लगे हुए थे, जब लोग कोरोना वायरस से भयभीत थे, तब डाक्टर लोगों की सेवा में लगे हुए थे। इसी प्रकार से ड्यूटी पर मुस्तैद पुलिसकर्मियों के बारे में भी बच्चों ने बेहतरीन चित्र बनाए। स्वच्छता कर्मियों को भी ड्यूटी पर काम करते हुए दिखाया। प्रतियोगिता में मोनिका सैनी, भारती, दिव्या गौतम, कुमार, प्रशांत, यशोदा, ख़ुशी, दृष्टि, उमंग, गौरी ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।
मन पर चढ़ता है रंग
फाइन आट्र्स के छात्र निशांत वार्ष्णेय ने कहा कि बच्चों के मन पर रंग बहुत जल्दी चढ़ता है। उनका मन इतना कोमल होता है कि जिस तरह आप उन्हें ढालना चाहेंगे, उस तरह वह ढल जाएंगे। उनके मन में जैसा भाव पैदा करना चाहेंगे वैसा भाव आएगा। इसलिए बच्चों ने कोरोना योद्धा के भाव को अच्छी तरह प्रदर्शित किया। कोषाध्यक्ष दुष्यंत कुमार वार्ष्णेय ने कहा कि बच्चों के आगे बढ़ने में किसी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी। उपाध्यक्ष रवि गोयल, फेरी गुप्ता ने भी बच्चों का उत्साह बढ़ाया।