Road Accident : ए श्रेणी के चालक थे सलीम, विभाग में ड्राइवरी की होती थी तारीफ Aligarh News
संभल आगरा मुरादाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार सुबह हुए दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वाले अलीगढ़ के चालक सलीम खां ए श्रेणी के चालक थे। पांच साल से कोई हादसा नहीं हुआ था। विभाग में उनकी ड्राइवरी की तारीफ होती थीं।
अलीगढ़, जेएनएन। संभल आगरा मुरादाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार सुबह हुए दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वाले अलीगढ़ के चालक सलीम खां ए श्रेणी के चालक थे। पांच साल से कोई हादसा नहीं हुआ था। विभाग में उनकी ड्राइवरी की तारीफ होती थीं। लेकिन, होनी ने इसे भी गलत साबित कर दिया। सलीम मंगलवार शाम को घर से निकले थे। स्वजन को अगले दिन की मौत की खबर मिली तो पैरों तले जमीन खिसक गई। देररात करीब 10 बजे शव क्वार्सी थाना क्षेत्र के रजा नगर स्थित घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। देररात 11 बजे शव को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
सलीम ने दो निकाह किए थे
क्वार्सी थाना क्षेत्र के रजा निवासी सलीम खां करीब 20 साल से रोडवेज में चालक थे। अधिकारियों का कहना है कि पांच साल से सलीम की बस का कोई हादसा नहीं हुआ। ऐसे में उन्हें ए श्रेणी का चालक की उपाधि दी गई थी। सलीम जितनी अच्छी ड्राइवरी करते थे, परिवार को उतने ही कुशल तरीके संभालते थे। सलीम ने दो निकाह किए थे। पहली पत्नी नरगिस से कोई बच्चा नहीं है। दूसरी पत्नी शमीना से चार बच्चे हैं। बड़ी बेटी मुस्कान 14 साल की है। इससे छोटी दो बेटियां आफरीन और स्माइला हैं। सबसे छोटा बेटा अक्शान है। आसपास के लोग बताते हैं कि सलीम शांत स्वभाव के थे। बसों के संचालन के चलते उनसे कम ही मुलाकात हो पाती थी। लेकिन, जब भी मिलते थे, खुश रहते थे। उनके बड़े भाई महेंद्र खां भी रजा नगर में ही रहते हैं। सलीम की मौत की खबर मिली तो भाई महेंद्र खां के घर ही लोग जुटने लगे। देर रात भाई के घर ही शव आया। करीब 11 बजे रजा नगर स्थित कब्रिस्तान में शव को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
बेटी को मिला था प्रथम पुरस्कार
डेढ़ माह पहले रोडवेज की तरफ से ड्राइंग प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इसमें सलीम की बड़ी बेटी ने भी हिस्सा लिया था। इस प्रतियोगिता में सलीम की बेटी को प्रथम पुरस्कार मिला था। इसकी चर्चाएं आज भी अधिकारियों की जुबां पर थीं।
आरएम ने लिया स्वजन का हाल
अलीगढ़ परिक्षेत्र के आरएम परवेज खां ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मैनपुरी जाकर घटनास्थल का भी जायजा लिया। साथ ही पोस्टमार्टम हाउस भी पहुंचे। इसके बाद शव आने से पहले स्वजन का हाल भी जाना। उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
एक दिन पहले ही दिए थे सतर्कता के आदेश
संभल हादसे के बाद परिवहन विभाग की नींद उड़ गई है। सभी जिलों के अफसरों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। लेकिन, एक दिन पहले ही प्रदेश मुख्यालय से रात के संचालन व कोहरे में विजिबिलिटी को लेकर दिशा-निर्देश जारी हुए थे। इसमें कहा गया है कि सभी बसों में रिफ्लेक्टर टेप लगाया जाए। ब्रेक लाइट इंडीकेटर व बैक लाइट चालू हालत में हो। बसों में ऑल वेदर बल्ब या फॉग लाइट लगी होना सुनिश्चित किया जाए। ये भी चेक कराया जाए कि बसों में आपातकालीन द्वार व शीशे ठीक हैं या नहीं। प्रदेश मुख्यालय ने सभी रोडवेज अफसरों को इसका कड़ाई से पालन कराने को कहा है।