बेरोजगारों का बने सहारा, बंद फैक्ट्री खोलकर दिया 50 लोगों को रोजगार Aligarh news
जब पूरे देश में रोजगार की चिंता थी तब कई फैक्ट्री व कंपनियों ने श्रमिकों का हाथ नहीं छोड़ा। प्रबंधन उनका मददगार बनकर सामने आया। इन्हीं में शामिल अलीगढ़ के उद्योगपति गौरव मित्तल व विकास मित्तल ने लाकडाउन में बंद दो फैक्ट्रियों को चालू कर श्रमिकों को काम पर लगाया।
मनोज जादौन, अलीगढ़ : जब पूरे देश में रोजगार की चिंता थी, तब कई फैक्ट्री व कंपनियों ने श्रमिकों का हाथ नहीं छोड़ा। प्रबंधन उनका मददगार बनकर सामने आया। इन्हीं में शामिल अलीगढ़ के उद्योगपति गौरव मित्तल व विकास मित्तल ने लाकडाउन में बंद दो फैक्ट्रियों को चालू कर श्रमिकों को काम पर लगाया। खैर कस्बे में नई फैक्ट्री चालू कर 50 लोगों को रोजगार दिया। इनमें वे लोग भी शामिल थे, जो अन्य जिलों से बेरोजगार होकर आए थे। इन प्रयासों से दोनों उद्योगपतियों ने जिले मिसाल पेश की।
लाकडाउन में बंद हुआ था काम
मार्च में जनता कफ्र्यू के बाद से ही हालात बिगडऩे लगे थे। लाकडाउन में लगभग सबकुछ बंद हो गया। नौकरियां जाने लगीं। वाणिज्यिक गतिविधियों की रफ्तार थम गई। ऐसे में शक्ति ग्रुप के मालिक गौरव मित्तल व विकास मित्तल ने श्रमिकों की चिंता दूर करने के लिए तालानगरी स्थित दोनों फैक्ट्रियों को चलाने का निर्णय लिया। प्रशासन से अनुमति लेकर फैक्ट्रियों का छह अप्रैल को संचालन शुरू कराया। दोनों फैक्ट्रियों के 120 श्रमिकों के पास बनवाए, ताकि आने जाने में दिक्कत न हो। कोविड 19 की गाइड लाइन का पालन कराते हुए कर्मचारियों की सेहत को लेकर सजगता बरती। रोजगार के साथ इन कर्मचारियों के स्वजन के लिए राशन व नकदी की व्यवस्था की। कुछ श्रमिकों को फैक्ट्री में ही रोका। लाकडाउन में सबसे पहले इन्हीं दोनों फैक्ट्रियों में काम शुरू हुआ। इसके बाद 20 अप्रैल तक लघु उद्योग भारती ने प्रशासन के साथ मिलकर ताला हार्डवेयर से जुड़ी 60 से अधिक फैक्ट्रियों का संचालन कराया।
पिता का सपना किया साकार
शक्ति ग्रुप के संस्थापक जयप्रकाश मित्तल का सपना था कि वे ग्रामीण अंचल में युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराएं। अलीगढ़ के ताला हार्डवेयर का हुनर गांव-गांव पहुंचे। इसे लेकर ही उद्योगपति जयप्रकाश मित्तल ने 2019 में खैर मिनी औद्योगिक आस्थान में फैक्ट्री का निर्माण शुरू कराया था। 26 दिसंबर 2019 को जय प्रकाश मित्तल का निधन हो गया। फैक्ट्री निर्माण का काम रुक गया। इसे लाकडाउन में शुरू कराया। जून में फैक्ट्री तैयार हो गई, जिसे जुलाई में चालू कर 50 लोगों को रोजगार दिया गया। खैर का मिनी औद्योगिक आस्थान 30 साल से वीरान था। इसमें चालू होने वाली शक्ति ग्रुप की पहली फैक्ट्री है।
इनका कहना है
लाकडाउन के चलते अनेक मजदूर बेरोजगार हो गए थे। ऐसे मजदूरों को रोजगार देने की हमने ठानी। फैक्ट्री का रुकता निर्माण कार्य शुरू कराया। दो माह में फैक्ट्री का निर्माण पूरा हो गया। इसमें 50 मजदूरों को रोजगार दिया।गौरव मित्तल, सीएमडी, शक्ति ग्रुप