अलीगढ़ का रोडवेज बस स्टैंड बना कूड़े का डलाबघर व टैक्सी स्टैंड, जानिए कैसे Aligarh news
अलीगढ़ से करीब 22 किमी दूर कस्बा गभाना में जीटी रोड के सहारे बना रोडवेज बस स्टैंड इन दिनों डलाबघर व टैक्सी स्टैंड में तब्दील हो चुका है। स्टैंड के बाहर बनी चेकपोस्ट भी स्टाफ की तैनाती रहने से वीरान हो चुकी है।
अलीगढ, जेएनएन : अलीगढ़ से करीब 22 किमी दूर कस्बा गभाना में जीटी रोड के सहारे बना रोडवेज बस स्टैंड इन दिनों डलाबघर व टैक्सी स्टैंड में तब्दील हो चुका है। स्टैंड के बाहर बनी चेकपोस्ट भी स्टाफ की तैनाती न रहने से वीरान हो चुकी है। दिन भर में यहां यदा-कदा ही रोडवेज बसें आती हैं। जिससे यात्रियों को आवागमन में बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और मजबूरी में उन्हें डग्गामार वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। इससे परिवहन निगम को रोजाना हजारों रुपये का चूना लग रहा है, फिर भी विभागीय अधिकारी सब कुछ जानकार बेपरवाह बने हुए हैं।
चार साल से बन गया है कूड़े का डलावघर
कस्बे में राजा गभाना की दान दी गई परिवहन विभाग की करोड़ों की जमीन है। इस पर रोडवेज का बस स्टैंड बना हुआ है। करीब चार साल पहले तक विभाग ने बस स्टैंड में ही ठेके पर कैंटीन खुलवा रखी थी। इससे बसों का आवागमन बना रहता था। इस बीच कैंटीन ठेकेदार ने अचानक कैंटीन बंद कर दिया। कुछ समय बाद बस स्टैंड के बाहर बनी चेकपोस्ट पर तैनात रोडवेज कर्मियों को भी ड्यूटी से हटा दिया गया। बस स्टैंड पर चौकीदार न होने से चोर स्टैेंड में लगे सरकारी हैंडपंप व निजी हैंडपंप के अलावा बिल्डिंग के कीमती सामान को चोरी कर ले गए हैं। बसें न आने से लोगों ने अपने घरों व दुकानों का कूड़ा -करकट स्टैंड परिसर में लाकर फेंकना शुरू कर दिया है। जिससे बस स्टैंड इन दिनों डलावघर में तब्दील हो चुका है। कस्बा क्षेत्र के टैक्सी संचालक भी यहां अपनी गाड़ियों को दिन भर यहीं लाकर खड़ा रखते हैं और उन्होंने इसे टैक्सी स्टैंड बना लिया है। शाम ढलते ही यहां नशेड़ियों का जमावड़ा शुरू हो जाता है।
हाईवे से गुजर जाती हैं रोडवेज बसें
दिल्ली व अलीगढ़ की ओर से आने वाली बसें कस्बे में बस स्टैंड पर आने की बजाए हाईवे से होकर दौड़ी चली जाती हैं, जिससे यहां से गंतव्य काे जाने वाले दैनिक यात्रियों के अलावा नौकरीपेशा, स्कूली छात्र-छात्राओं को आवागमन में बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मजबूरी में उन्हें या तो डग्गेमार वाहनों में बैठकर यात्रा करनी पड़ती है अथवा उन्हें दो किलोमीटर दूर हाईवे पर टोल प्लाजा पहुंचकर बसों में सवार होना पड़ता है। दिन में तो किसी तरह वहां पहुंच जाते हैं, लेकिन समस्या शाम के बाद शुरू होती है। टोल प्लाजा तक वाहन न मिलने से उन्हें पैदल ही पहुंचकर बस पकड़नी पड़ती है। यही हाल बाहर से कस्बे में आने वाले मुसाफिरों को तहसील तिराहे पर ही उतरकर पैदल आना पड़ता है। महिलाओं व बच्चों को इस दौरान खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
यात्रियों के बोल
कस्बे में बसें न आने से अलीगढ़ व अन्य शहरों तक जाने में बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खासकर रात के समय ज्यादा तकलीफ होती है
- जगदीश कश्यप, व्यापारी
दयनीय हाल में पड़े बस स्टैंड को फिर से शुरू कराने को कई बार अधिकारियों से मिलकर शिकायत कर चुके हैं,फिर भी समाधान नहीं हो सका है।
- शार्दुल विक्रम सिंह, दैनिक यात्री
गभाना तहसील स्तरीय कस्बा है फिर भी यहां रोडवेज बसें न आने से व्यापारी, स्कूली छात्र-छात्राएं व नौकरीपेशा लोगों को आवागमन में परेशानियां उठानी पड़ती है।
- सुमित कुमार सिंह, छात्र
रोडवेज बस स्टैंड पर बसों के आवागमन के लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों व विभागीय अधिकारियों से लगातार मांग की जा रही है, फिर भी समाधान नहीं हाे सका है।
- गिर्राज शर्मा, दैनिक यात्री
बोले विधायक
बस स्टैंड को फिर शुरू कराने के लिए रोडवेज के आरएम व एमडी स्तर के अधिकारियों के अलावा मुख्यमंत्री से मिलकर मांग की गई है, जल्द ही बस स्टैंड की जर्जर हालत में सुधार कराकर इसे बसों के आवागमन के लिए शुरू किया जाएगा। शिफ्टवार कर्मचारियों की ड्यूटी भी निर्धारित की जाएगी।
- ठा.दलवीर सिंह, बरौली विधायक