औद्योगिक आस्थान तालानगरी के सेक्टर-दो में सड़क निर्माण अटका aligarh news
सड़क निर्माण न होने को मामूली बात नहीं माना जा रहा है। इसके पीछे कार्यदायी संस्थाओं का द्वंद्व माना जा रहा है।
मनोज जादौन, अलीगढ़। औद्योगिक क्षेत्र तालानगरी की सड़क निर्माण के लिए 2.30 करोड़ रुपये के टेंडर की फाइल लापता है। यह फाइल उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीएसआइडीए) कानपुर मुख्यालय गई थी। इसके पीछे टेंडर का खेल बताया रहा है। सड़कों का निर्माण कार्य फंस गया है। यह मुद्दा डीएम कार्यालय में हुई बैठक में भी उठा था। अब लघु उद्योग भारती मुख्यमंत्री से शिकायत करेगा।
छह करोड़ के टेंडर
तालानगरी औद्योगिक आस्थान में तीन सेक्टर हैं। 2019 में यहां की सड़कों को बनाने के लिए करीब साढ़े छह करोड़ रुपये के टेंडर हुए। सेक्टर एक के लिए दो करोड़, दो के लिए 2.30 करोड़ और तीन (आवासीय) के लिए 2.30 करोड़ के काम होने थे। सेक्टर एक और तीन में काम जनवरी 2020 में शुरू हो गए। सेक्टर दो में काम न होने का कारण टेंडर फाइल कानपुर मुख्यालय जाना बताया जाता रहा। बारिश में सड़क की हालत ज्यादा खराब हो गई तो यूपीएसआइडीए के स्थानीय कार्यालय में व्यापारी संगठनों ने मामले को उठाया।
यह हो सकती है वजह
सड़क निर्माण न होने को मामूली बात नहीं माना जा रहा है। इसके पीछे कार्यदायी संस्थाओं का द्वंद्व माना जा रहा है। इसमें एक कंपनी की प्रमुख भूमिका बताई जा रही है, जिसे काम नहीं मिला है।
30 साल पहले विकसित
30 साल पहले कल्याण सिंह सरकार ने तालानगरी औद्योगिक आस्थान
को विकसित किया था। इसमें सेक्टर एक व दो औद्योगिक क्षेत्र के लिए विकसित हुए। इनमें पांच हजार से लेकर 10 हजार वर्गमीटर तक प्लॉट दिए गए। कुल 1300 प्लॉट में से अधिकांश उद्यमियों के लिए आवंटित किए जा चुके हैं। आवासीय सेक्टर अलग है। शैक्षणिक संस्थानों के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है।
थोड़ी-सी बारिश में ताल-तलैया सड़कें
सेक्टर-दो का मुख्य मार्ग व संपर्क मार्ग जर्जर है। जगह जगह गड्ढे हैं। बारिश में पानी भर जाता है। पिछले दिनों हुई बारिश में तालाब जैसा नजारा था। दोपहिया वाहन गिर गए थे। लघु उद्योग भारती के जिलाध्यक्ष गौरव मित्तल ने बताया कि सेक्टर दो की सड़क बदहाल है। पानी भर जाता है। इसके निर्माण की फाइल न मिलने की बात बैठकों में सामने आई। सीएम जांच कराएं। तालानगरी औद्योगिक विकास एसोसिएशन के अध्यक्ष नेकराम शर्मा ने बताया कि सड़क मरम्मत का मामला तीन दिन पहले उद्योग बंधु की बैठक में उठाया था। सड़क निर्माण की मांग उद्यमी पहले भी कई बार कर चुके हैं। वरिष्ठ प्रबंधक, सिविल कानपुर मुख्यालय एके वर्मा ने बताया कि फाइल गायब नहीं हुई है। सत्यापन प्रक्रिया के बीच लॉकडाउन हो गया था। टेंडर के तीन महीने में काम शुरू न होने पर वैधता समाप्त हो जाती है। नए सिरे से टेंडर कराए जाएंगे।