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कासगंज के रिटायर्ड पुलिसकर्मी से दो लाख की ठगी, 57 हजार वापसAligarh News

एक तरफ साइबर ठग नए-नए तरीकों से ठगी कर रहे हैं तो दूसरी तरफ पुलिस भी अपनी आधुनिकता के बूते उन्हें ट्रेस करने में लगी है। साइबर थाने में एक ऐसा ही मामला सामने आया जहां कासगंज के एक रिटायर्ड पुलिसकर्मी से दो लाख की ठगी हो गई।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Updated: Fri, 25 Jun 2021 11:35 AM (IST)
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एक तरफ साइबर ठग नए-नए तरीकों से ठगी कर रहे हैं।

अलीगढ़, जेएनएन। एक तरफ साइबर ठग नए-नए तरीकों से ठगी कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ पुलिस भी अपनी आधुनिकता के बूते उन्हें ट्रेस करने में लगी है। साइबर थाने में एक ऐसा ही मामला सामने आया, जहां कासगंज के एक रिटायर्ड पुलिसकर्मी से दो लाख की ठगी हो गई। शातिर ने ट्रेजरी अधिकारी बनकर रुपये ठग लिए। लेकिन, पुलिस ने जांच पड़ताल करके 57 हजार रुपये वापस करा दिए। वहीं शेष रकम को भी ट्रेस किया जा रहा है।

यह है मामला

कासगंज के सहावर क्षेत्र के रहने वाले रामप्रकाश वर्ष 2016 में बतौर कांस्टेबल बदायूं से सेवानिवृत्त हुए थे। कासगंज में ही अपने परिवार के साथ रहने लगे। रामप्रकाश के मुताबिक, बीते दिनों उन्हें एक अनजान नंबर से काल आया। शातिर ने ट्रेजरी अफसर बनकर पेंशन के संबंध में बातचीत की। कहा कि जीवित प्रमाण पत्र संबंधी दस्तावेज जमा कराओ। इसी बीच बातों में घुमाकर बैंक संबंधी जानकारी प्राप्त कर ली। कुछ ही देर में बैंक खाते से दो लाख छह हजार रुपये कट गए। रामप्रकाश ने साइबर थाने में शिकायत दी है। यह कोई पहल मौका नहीं है, जब किसी सेवानिवृत्त को शातिरों ने ठगी का शिकार बनाया है। इससे पहले एटा, अलीगढ़ व आगरा में सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी ठगी का शिकार हो चुके हैं। इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार ने बताया कि रामप्रकाश के खाते से कटे 57 हजार रुपये ट्रेस करके वापस करा दिए गए हैं। वहीं शातिरों को भी ट्रेस किया जा रहा है।