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महंगाई में रिफाइंड के रेट होंगे काबू में, इंडोनेशिया ने पाम आयल के निर्यात से हटाई पाबंदी

महंगाई की चपेट में भारत ही नहीं विश्‍व के कई देश हैं। इंडोनेशिया ने भी अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए अप्रैल में पाम आयल के निर्यात पर रोक लगा दी थी जिसकी वजह से भारत में रिफाइंड तेल महंगा हो गया है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Mon, 23 May 2022 06:00 AM (IST)Updated: Mon, 23 May 2022 06:19 AM (IST)
महंगाई में रिफाइंड के रेट होंगे काबू में, इंडोनेशिया ने पाम आयल के निर्यात से हटाई पाबंदी
खाद्य तेल की कीमत में और भी कमी आ सकती है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। महंगाई से त्रस्त लोगों के लिए अच्छी खबर है। खाद्य तेल की कीमत में और भी कमी आ सकती है। इसकी वजह यह है कि सोमवार से इंडोनेशिया ने पाम आयल के निर्यात पर बैन हटाने का फैसला किया है। इंडोनेशिया दुनिया में पाम आयल का सबसे बड़ा निर्यातक है। इससे अलीगढ़ के कारोबारियों को भी लाभ मिलेगा। ब्रांडेड व अन ब्रांडेड रिफाइंड की कीमतें काबू में होंगी। सर्दियों के सीजन में पाम आयल 25 से 30 हजार प्रतिदिन लीटर व गर्मियों में 15 से 20 हजार प्रतिदिन लीटर बाजार में खपत है। इंडोनेशिया ने गत 28 अगस्त को पाम आयल के निर्यात पर पाबंदी लगाई थी।

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इंडोनेशिया से भारत में पाम आयल होता है आयात

भारत अपनी जरूरत का ज्यादातर पाम आयल इंडोनेशिया से ही आयात करता है। इंडोनेशिया के फैसले से देशी बाजार में पाम आयल की कीमत में गिरावट आने की उम्मीद है। पाम आयल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल खाना बनाने में होता है। दूसरे तेलों के साथ इसकी ब्लेंडिंग भी की जाती है। पाम आयल का इस्तेमाल शैंपू, नहाने के साबुन, टूथपेस्ट, विटामिन की गोलियां, मेक-अप आइटम, चाकलेट आदि में भी होता है।

इंडोनेशिया में आसमान पर थी पाम आयल की कीमत

इंडोनेशिया ने 23 मई से पाम आयल के निर्यात पर बैन हटाने का फैसला किया है। कारोबारियों ने कहा कि इंडोनेशिया ने पाम आयल सेक्टर में काम करने वाले हजारों लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। इंडोनेशिया ने 28 अप्रैल से इंडोनेशिया ने पाम तेल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया था। इसकी वजह यह थी कि इंडोनेशिया में ही पाम आयल की कीमत आसमान पर पहुंच गई थी। वहां अब भी इसकी कीमत 91.46 रुपये लीटर चल रही है।

क्यों बढ़ी कीमत

कारोबारियों के मुताबिक वनस्पति महंगा हो गया है। वनस्पति पैक्ड 10 अप्रैल से 24 अप्रैल के बीच वनस्पति (पैक्ड) की कीमत बाजार में 13 से 16 रुपये प्रति किलो तक बढ़ गई है। इन दो हफ्तों में वनस्पति की खुदरा कीमत अलीगढ़ में सबसे ज्यादा 150 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 165 रुपये प्रति किलो यानी 15 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी दर्ज हुई थी। फुटकर बाजार में वनस्पति घी 175 से 180 रुपये प्रतिकिलो तक हो गई थी। सरसों की आवक बढ़ने से तेल की कीमतों में लगाम लग गई। यह ब्रांडेड तेल 175 रुपये प्रतिलीटर तक पहुंच गया। इंडोनेशिया से पाम आयल आयात होने से रिफाइंड व अन्य खाद्य तेल की कीमतों में तेजी से गिरावट आएगी।

इनका कहना है

इंडोनेशिया ने पाम आयल के निर्यात से पाबंदी हटाकर देशी बाजार को बड़ी राहत दी है। हालांकि आयातित पाम से देशी खाद्य तेल सस्ता पड़ रहा है। बाजार में पाम आयल की अधिक आवक होने से रेटों में तेजी से गिरावट आएगी। अभी 10 से 15 दिन का समय लगेगा।

- राजेंद्र प्रसाद, कारोबारी


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