रामवीर के बगावती तेवरों ने गठबंधन को दिया जोर का झटका
बसपा से निष्कासित पूर्व मंत्री व कद्दावर नेता रामवीर उपाध्याय के बगावती तेवरों ने भी अलीगढ़ व हाथरस लोकसभा सीट पर गठबंधन का झटका दिया है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। अलीगढ़ लोकसभा सीट पर बसपा प्रत्याशी चौ. अजीत बालियान की हार से गठबंधन को करारा झटका लगा है। भले ही पार्टी में अब हार के कारण तलाशे जाएंगे, मगर बसपा से निष्कासित पूर्व मंत्री व कद्दावर नेता रामवीर उपाध्याय के बगावती तेवरों ने भी अलीगढ़ व हाथरस लोकसभा सीट पर गठबंधन का झटका दिया है। दरअसल, चुनाव के दौरान ब्राह्मïण समाज व अपने समर्थकों से भाजपा प्रत्याशियों के लिए आशीर्वाद मांगकर सियासी गलियारे में हलचल पैदा कर दी थी। एक्जिट पोल के नतीजे आते ही भले ही कार्रवाई हो गई हो, जितना नुकसान होना था, उतना हो गया और उसकी भरपाई की गुंजाइश ही नहीं बची।
बसपा से बनाए हुए थे दूरी
पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय अपने निष्कासन को भले ही किसी साजिश का हिस्सा बता रहे हों, मगर सच तो यही है कि वे खुद काफी समय से पार्टी कार्यों से दूरी बनाए हुए थे। हर बार कोई न कोई बनाकर वे कार्यक्रमों में भाग लेने से बचते रहे। लोकसभा चुनाव में वे एक दिन गठबंधन प्रत्याशी के लिए वोट मांगने नहीं आए। हाईकमान तक शिकायतें पहुंची, मगर ब्राह्मïण समाज के बीच गलत संदेश जाने की आशंका से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
होली मिलन समारोह में दिया आर्शीवाद
पूर्व मंत्री ने बार-बार बगावती तेवर दिखाए। शुरुआत ब्राह्मïण समाज के होली मिलन समारोह के दौरान भाजपा प्रत्याशी सतीश गौतम के लिए आशीर्वाद मांगकर की। इसके बाद आगरा व फतेहपुर सीकरी में भी भाजपा प्रत्याशियों के लिए प्रचार की खबरें आईं। पूर्व मंत्री के आह्वïान पर ब्राह्मïण समाज ने बसपा की सोशल इंजीनियङ्क्षरग को धता बताते हुए भाजपा प्रत्याशी को अपना आशीर्वाद दे ही दिया।
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