पूर्व विधायक राकेश सिंह कोर्ट में पेश, थाने पर नारेबाजी
अलीगढ़ : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी समाजवादी पार्टी (सपा) से छर्रा विधानसभा क्षेत्र के पूव
तस्करों से विदेशी पिस्टल खरीदने में एसटीएफ ने किया है गिरफ्तार, डॉक्टरी परीक्षण के लिए पुलिस ने दीनदयाल अस्पताल भेजे
अलीगढ़ : हथियारों के तस्करों से विदेशी पिस्टल खरीदने में गिरफ्तारी किए गए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व विधायक ठा. राकेश सिंह को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर दिया गया। उन्हें यहां से जेल ले जाने की पुलिस तैयारी कर रही है। इससे पहले दीनदयाल अस्पताल में उनका डॉक्टरी परीक्षण कराया गया। गिरफ्तारी के विरोध में थाने से अस्पताल तक सपाइयों ने नारेबाजी की।
सोमवार की देर रात पूर्व विधायक राकेश सिंह को लखनऊ एसटीएफ टीम ने घर से गिरफ्तार किया था। इसके बाद क्वार्सी थाने में रातभर रखा गया। यह कार्रवाई लखनऊ में पकड़े गए विदेशी हथियारों की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गैंग से पूछताछ के बाद की गई। पूछताछ में गैंग के सदस्यों ने साढ़े चार लाख रुपये में विदेशी पिस्टल छर्रा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राकेश सिंह को अलीगढ़ आकर बेचने की जानकारी दी थी। यह पिस्टल बरामद करने के बाद राकेश सिंह को थाने ले जाया गया और रिपोर्ट दर्ज की गई। मंगलवार की सुबह सपा कार्यकर्ताओं की थाने पर भीड़ लग गई। सपा के कई बड़े नेता तो रात से ही थाने पर जमे हुए थे। वहीं रामघाट रोड, गायत्री रॉयल्स अपार्टमेंट स्थित उनके घर पर पुलिस तैनात रही। रात करीब साढ़े बारह बजे पुलिस ने यहां छापा मारा था और वर्मा देश की नाइन एमएम की यह पिस्टल बरामद की थी। यह पिस्टर साढ़े चार लाख रुपये में खरीदी गई थी। असल कीमत 22 लाख रुपये बताई गई है। इसके बाद पूर्व विधायक को पुलिस क्वार्सी थाने ले गई। एसएसपी राजेश पांडेय ने बताया कि लखनऊ में एसटीएफ ने एक ऐसा गिरोह पकड़ा है जो विदेशी हथियारों की सप्लाई करता था। इस गिरोह के सदस्यों ने एक पिस्टल पूर्व विधायक को बेचने की जानकारी दी है। इस सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई है। पिस्टल बरामद कर ली गई है। अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
पूर्व विधायक ठा. राकेश सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है। कई मामलों में तो जांच अभी भी की जा रही है। विधायक रहते हुए उन्होंने पुलिस लाइंस में हंगामा कर दिया था। 2016 में वे पुलिस लाइंस अपने गनर को बदलवाने के लिए गए थे। तब आरआई शबी अहमद से उनका विवाद हो गया। आरआई ने उनके खिलाफ सिविल लाइन थाने में डकैती का मामला दर्ज कराया। आरोप था कि राकेश सिंह समर्थकों के साथ आए और कैमरा ले गए। पुलिस कार्रवाई व जांच के खिलाफ राकेश सिंह ने सीजेएम कोर्ट में अपील की। इसमें पुन: विवेचना के आदेश हुए। इसकी जांच चल रही है। यह अकेला मामला नहीं है। चुनाव से पहले ठा. राकेश सिंह लैटर पैड पर अधिवक्ता अनूप कौशिक को धमकी भरा पत्र भेजकर चर्चा में आए। प्रॉपर्टी को लेकर उनका कोई विवाद था। लैटर भेजने से उन्होंने इनकार कर दिया। इस पर अधिवक्ता अनूप कौशिक ने विधानसभा सचिवालय से आरटीआई के जरिए जानकारी मांगी। जवाब में सचिवालय ने लिखकर दिया कि धमकी भरा जो लेटर पैड उपयोग किया गया, वह राकेश सिंह को ही जारी किया गया था। इसकी शिकायत के बाद एसएसपी ने एसपी सिटी को जांच के आदेश दिए। जांच अभी की जा रही है। इसके अलावा पिछले साल एक लेटर पैड पर डीएम से बिल्डर राधेलाल यादव के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की सिफारिश की गई। इसमें राधेलाल के हथियारों से प्रतिबंध हटाने के लिए भी कहा गया। इसकी भी जांच की जा रही है। अधिवक्ता अनूप कौशिक ने राधेलाल व राकेश सिंह के खिलाफ कई वाद दायर कर रखे हैं। अलीगढ़ : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी समाजवादी पार्टी (सपा) से छर्रा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक ठा. राकेश सिंह से रातभर क्वार्सी थाने में पूछताछ की गई। लखनऊ एसटीएफ टीम ने उन्हें विदेशी हथियार तस्करों से पिस्टल खरीदने के मामले में गिरफ्तार किया है। सथ ही उनके घर से पिस्टल भी बरामद की गई। कार्रवाई सोमवार की रात करीब साढ़े बारह बजे हुई। मंगलवार की सुबह से ही थाने पर सपा कार्यकर्ताओं की भीड़ लग गई।
एसटीएफ टीम सोमवार की दोपहर लखनऊ से अलीगढ़ आ गई थी। इस टीम ने विदेशी हथियारों की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गैंग को पकड़ा है। गैंग के सदस्यों ने पूछताछ में एक पिस्टल छर्रा के पूर्व विधायक ठा. राकेश सिंह को बेचने की जानकारी दी। वर्मा देश की नाइन एमएम की यह पिस्टल साढ़े चार लाख रुपये में अलीगढ़ ही आकर ही बेची गई। एसटीएफ टीम ने दिनभर पूर्व विधायक के संबंध में जानकारी जुटाई और रात करीब साढ़े बारह बजे स्थानीय पुलिस दल के साथ रामघाट रोड पर गायत्री रॉयल्स अपार्टमेंट स्थित उनके आवास पर छापा मार दिया। करीब आधा दर्जन गाड़ियों के साथ दी गई दबिश से अपार्टमेंट में हड़कंप मच गया। अचानक पुलिस के आने का कारण कोई समझ नहीं सका। एसटीएफ के अधिकारी घर के अंदर गए। बाहर खड़े पुलिस के जवानों ने अन्य किसी को अंदर नहीं जाने दिया। आवास पर पूर्व विधायक ठा. राकेश सिंह मौजूद थे, जिनसे करीब बीस मिनट अधिकारियों ने बातचीत की और घर की तलाशी ली। इस दौरान पिस्टल बरामद कर ली गई। इसके बाद पूर्व विधायक को पुलिस क्वार्सी थाने ले आई, जिनसे पूछताछ की जा रही थी। एसएसपी राजेश पांडेय ने बताया कि लखनऊ में एसटीएफ ने एक ऐसा गिरोह पकड़ा है जो विदेशी हथियारों की सप्लाई करता था। इस गिरोह के सदस्यों ने एक पिस्टल पूर्व विधायक को बेचने की जानकारी दी है। इस सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई है। पिस्टल बरामद कर ली गई है। अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
पूर्व विधायक ठा. राकेश सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है। कई मामलों में तो जांच अभी भी की जा रही है। विधायक रहते हुए उन्होंने पुलिस लाइंस में हंगामा कर दिया था। 2016 में वे पुलिस लाइंस अपने गनर को बदलवाने के लिए गए थे। तब आरआई शबी अहमद से उनका विवाद हो गया। आरआई ने उनके खिलाफ सिविल लाइन थाने में डकैती का मामला दर्ज कराया। आरोप था कि राकेश सिंह समर्थकों के साथ आए और कैमरा ले गए। पुलिस कार्रवाई व जांच के खिलाफ राकेश सिंह ने सीजेएम कोर्ट में अपील की। इसमें पुन: विवेचना के आदेश हुए। इसकी जांच चल रही है। यह अकेला मामला नहीं है। चुनाव से पहले ठा. राकेश सिंह लैटर पैड पर अधिवक्ता अनूप कौशिक को धमकी भरा पत्र भेजकर चर्चा में आए। प्रॉपर्टी को लेकर उनका कोई विवाद था। लैटर भेजने से उन्होंने इनकार कर दिया। इस पर अधिवक्ता अनूप कौशिक ने विधानसभा सचिवालय से आरटीआई के जरिए जानकारी मांगी। जवाब में सचिवालय ने लिखकर दिया कि धमकी भरा जो लेटर पैड उपयोग किया गया, वह राकेश सिंह को ही जारी किया गया था। इसकी शिकायत के बाद एसएसपी ने एसपी सिटी को जांच के आदेश दिए। जांच अभी की जा रही है। इसके अलावा पिछले साल एक लेटर पैड पर डीएम से बिल्डर राधेलाल यादव के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की सिफारिश की गई। इसमें राधेलाल के हथियारों से प्रतिबंध हटाने के लिए भी कहा गया। इसकी भी जांच की जा रही है। अधिवक्ता अनूप कौशिक ने राधेलाल व राकेश सिंह के खिलाफ कई वाद दायर कर रखे हैं।