ढाई महीने बाद नहीं खुला राज, कैसे हुई थी बाप-बेटी की मौत Aligarh news
शिकारपुर (बुलंदशहर) के मोहल्ला भरारे निवासी 25 वर्षीय राकेश कुमार पुत्र कांती प्रसाद शिकारपुर में ही अनाज मंडी में पल्लेदारी करता था। राकेश की तीन साल पहले सासनीगेट के सोनपाल नगर (सराय लड़िया) निवासी बांकेलाल की बेटी आरती के साथ शादी हुई थी।
अलीगढ़, जेएनएन। सासनीगेट क्षेत्र के सोनपाल नगर में तीन अप्रैल की रात संदिग्ध हालत में हुई पिता व बेटी की मौत का राज ढ़ाई माह बाद भी नहीं खुल सका है। विधि विज्ञान प्रयोगशाला आगरा से बिसरा की रिपोर्ट न आने से अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि आखिर दोनों की मौत जहर खाने से हुई थी या फिर अन्य कारण से।
शिकारपुर (बुलंदशहर) के मोहल्ला भरारे निवासी 25 वर्षीय राकेश कुमार पुत्र कांती प्रसाद शिकारपुर में ही अनाज मंडी में पल्लेदारी करता था। राकेश की तीन साल पहले सासनीगेट के सोनपाल नगर (सराय लड़िया) निवासी बांकेलाल की बेटी आरती के साथ शादी हुई थी। दंपती के पास एक बेटी व एक बेटा था। घरेलू विवाद में पत्नी आरती करीब डेढ़ माह से मायके में रह रही थी। राकेश कई बार पत्नी व बच्चों को बुलाने पहुंचा। ससुरालियों ने उन्हें भेजने से साफ इंकार कर दिया था। तीन अप्रैल की रात राकेश अचानक ससुराल पहुंचा और किसी तरह घर में घुसकर सो रही दो साल की मासूम बेटी प्रियांशी को गोद में ले आया। अगले दिन सुबह राकेश व प्रियांशी के शव घर से 50 मीटर दूर खाली प्लाट में पड़े मिले। दोनों के मुंह से झाग निकल रहे थे। राकेश के पिता ने इस मामले में सास, ससुर व पत्नी आदि के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
अब तक नहीं मिली रिपोर्ट
राकेश व उसकी बेटी प्रियांशी की मौत का कारण पोस्टर्माटम रिपोर्ट में साफ नहीं हो सका था। बिसरा प्रिजर्व कर उसे जांच को विधि विज्ञान प्रयोगशाला आगरा भेजा गया था। जहां से ढा़ई माह बाद भी अब तक जांच रिपोर्ट नहीं मिल सकी है। जिससे मौत का कारण अभी तक राज बना हुआ है।
इनका कहना है
मामले में विवेचना अभी जारी है। बिसरा रिपोर्ट जल्द मंगाने के लिए विवेचक के स्तर से प्रयोगशाला से लगातार पत्र व्यवहार किया जा रहा है। उम्मींद है जल्द रिपोर्ट मिलने पर मुकदमे में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
- कुलदीप सिंह गुनावत, एसपी सिटी