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Work of Non-Performance Grant : नाली निर्माण में प्रयोग होने वाली ईंटों की गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल, लखनऊ की टीम कर रही निगरानी Aligarh news

परफोर्मेंस ग्रांट के कार्यो में अनियमिताएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब दांदों पंचायत की नाली निर्माण के कार्यो में ईंटों की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि ईंटों की जगह दोयम दर्जे व पीला ईंटों का प्रयेाग हो रहा है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Wed, 29 Sep 2021 05:35 AM (IST)Updated: Wed, 29 Sep 2021 07:15 AM (IST)
Work of Non-Performance Grant : नाली निर्माण में प्रयोग होने वाली ईंटों की गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल, लखनऊ की टीम कर रही निगरानी  Aligarh news
नाली निर्माण में ईंटों की जगह दोयम दर्जे व पीला ईंटों का प्रयेाग हो रहा है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता।  परफोर्मेंस ग्रांट के कार्यो में अनियमिताएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब दांदों पंचायत की नाली निर्माण के कार्यो में ईंटों की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि ईंटों की जगह दोयम दर्जे व पीला ईंटों का प्रयेाग हो रहा है। इसका असर विकास कार्यों पर पड़ रहा है। इस पंचायत से ईंट व अन्य निर्माण सामग्री के नमूने भी जांच के लिए भेजे गए हैं।

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लखनऊ की टीम रख रही निर्माण कार्य पर निगरानी

शासन ने प्रदेश के जिलों की विकास की दृष्टि से पिछड़ी ग्राम पंचायतों को माडल ग्राम पंचायतों के रूप में विकसित करने के आदेश दिए हैं। इसके तहत सूबे के16 जिलों में परफारमेंस ग्रांट से विकास कार्य कराने की योजना है। जिले में बिजौली ब्लाक की सांकरा, हरदोई एवं दादों को इसमें शामिल किया गया। इसके लिए कुल 40 करोड़ की धनराशि आवंटित हुई हैं। दादों को सबसे अधिक धनराशि मिली है। अब इस गांव में गोशाला व नाली निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इसमें गोशाला के निर्माण की गुणवत्ता की स्थिति तो फिर भी ठीक है, लेकिन नालियों के निर्माण में दोयम दर्जें की ईंटों का प्रयोग हो रहा है। ईंट देखने में ही स्पष्ट पीली दिख रही हैं। अन्य सामग्री भी ठीक नहीं हैं। ऐसे में यहां से निर्माण कार्य नमूने भी भरे गए हैं। अब रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है। डीपीआरओ धनंजय जायसवाल ने बताया कि निर्माण कार्य को लेकर विभाग गंभीर हैं। अगर कहीं लापरवाही हो रही है तो जांच कराई जाएगी। लखनऊ की टीम भी निर्माण कार्य पर निगरानी रख रही है।

गंगीरी के प्रधानों ने डीपीआरओ से की सचिवों की शिकायत

ग्राम पंचायत सचिवों की मनमानी के चलते विकास कार्यों में आ रही रुकावट को लेकर गंगीरी ब्लाक के प्रधानों ने मंगलवार को डीपीआरओ धनंजय जायसवाल से मुलाकात की। इसके माध्यम से उन्होंने सालों से जमे पड़े सचिवों के स्थानांतरण की मांग की। प्रधानों ने बताया कि ब्लाक के कई सचिव विकास कार्यों में सहयोग नहीं कर रहे हैं। छर्रा रफायतपुर पंचायत की गोशाला संचालन में भी दिक्कत आ रही है। प्रधान संगठन के अध्यक्ष सुनील आर्या ने बताया कि सचिव की मनमानी की वजह से छर्रा रफायतपुर गोशाला में रह रही 150 गायों के पालन पोषण में दिक्कतें आ रही हैं। सचिव बिल्कुल सहयोग नहीं कर रहे हैं। खेरसा प्रधान नेमपाल ने बताया कि ग्राम पंचायतों में मौजूद सचिव पूर्व प्रधान की बातों पर अमल कर रहे हैं। इसके चलते परेशानी हो रही है।


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