Awareness : ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए कठपुतली का सहारा Aligarh news
बेटियों को अधिक से अधिक शिक्षा मिल सके और उनका उत्पीड़न रोका जा सके इसके लिए शासन द्वारा एक नई पहल की गई है। जिसके तहत गांव में शिक्षक कठपुतली नाटकों के जरिए ग्रामीणों को जागरूक कर बेटियों का उत्पीड़न ना हो सके इसके लिए भी जागरूक करेंगे।
हाथरस, जेएनएन : बेटियों को अधिक से अधिक शिक्षा मिल सके और उनका उत्पीड़न रोका जा सके इसके लिए शासन द्वारा एक नई पहल की गई है। जिसके तहत गांव में शिक्षक कठपुतली नाटकों के जरिए ग्रामीणों को जागरूक कर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा तो देंगे ही, साथ ही बेटियों का उत्पीड़न ना हो सके इसके लिए भी ग्रामीणों को जागरूक करेंगे।
बेटियों के प्रति सरकार गंभीर
बेटियों के ऊपर लगातार बढ़ रहे अत्याचार एवं उनकी पढ़ाई ना हो पाने को लेकर सरकार गंभीर है । कुछ माह पूर्व बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों को बीआरसी हतीसा पर प्रशिक्षण दिलाया गया था, जिसमें कठपुतली नाटक के जरिए गांव में ग्रामीणों को जागरूक करने के निर्देश दिए गए थे। कठपुतली भी स्कूलों में शिक्षकों के जरिये बच्चों से बनवाई गयी। गांवोों में शिक्षकों द्वारा लगातार कार्यक्रम आयोजित कराये जा रहे है, जिसमें नाटकों के जरिये कन्या भ्रूण हत्या न करने, बेटियों को पढ़ाने, उन्हें बराबरी का दर्जा दिए जाने आदि की जानकारी शिक्षको के जरिये दी जा रही है। गांव में कार्यक्रम हो सके, इसके लिए हर ब्लॉक से शिक्षको को पूर्व में ही ट्रेेनिग दी जा चुकी है। बीएसए मनोज कुमार मिश्र का कहना है कठपुतली नाटकों के जरिये गांव के लोगों को जागरूक किया जा रहा है।