अलीगढ़ 35 लाख की लूट में बड़ा खुलासा: लॉकडाउन से पहले ज्वेलर्स को लूटने की थी योजना
नोएडा पुलिस की मुठभेड़ में पकड़े गए तीनों बदमाशों ने सुंदर ज्वेलर्स को लूटने की योजना जनवरी-फरवरी में ही बना ली थी। लेकिन अचानक लॉकडाउन लगने के चलते घटना को अंजाम नहीं दे पाए।
अलीगढ़ जेेेेएनएन : नोएडा पुलिस की मुठभेड़ में पकड़े गए तीनों बदमाशों ने सुंदर ज्वेलर्स को लूटने की योजना जनवरी-फरवरी में ही बना ली थी। लेकिन, अचानक लॉकडाउन लगने के चलते घटना को अंजाम नहीं दे पाए। तब से मौके के इंतजार में थे। अनलॉक में दुकान खुलने लगीं तो 11 सितंबर को घटना कर डाली।
नोएडा में किराए पर रह रहे थे तीनों
नोएडा पुलिस से पूछताछ में बदमाशों ने बताया है कि एक साल से नोएडा में किराए पर रह रहे थे। बदमाशाें का एक रिश्तेदार सारसौल में ही रहता है। उसके घर आने-जाने के दौरान रास्ते में यह शोरूम इनकी निगाह में था। लॉकडाउन से पहले भी प्रयास कर चुके थे। लॉकडाउन ने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। बदमाश लूट के दिन ही अलीगढ़ आए थे। 11 सितंबर को पहले सुबह करीब 11 बजे खैर बाइपास रोड स्थित सुंदर ज्वेलर्स की दुकान पर आए। लेकिन तब झाड़ू लगाई जा रही थी तो लौट गए। दोपहर करीब एक बजे फिर आए। भीड़भाड़ कम देखकर दुकान में घुसे और 35 सेकंड के अंदर लूटकर भाग निकले।
दो दिन से नोएडा में थी अलीगढ़ पुलिस, खा गई गच्चा
अलीगढ़ पुलिस ने बदमाशों को लूट के दिन ही पहचान लिया था। बदमाश लूट करने के बाद दिल्ली हाईवे से भागे थे। बुलंदशहर के गांव अरनियां में सफेद रंग की अपाचे बाइक छोड़ दी। फिर गांव के रास्तों से नोएडा तक पहुंचे। अलीगढ़ पुलिस भी इनके पीछे दो दिन से नोएडा में रुकी थी। लेकिन बदमाश मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे। हुलिया भी बदल लिया था। इसके चलते ट्रेस करने में मुश्किल हुई। इसी बीच नोएडा पुलिस को लोकल इनपुट मिल गया। जिसमें वो सफल रही।अलीगढ़ पुलिस को इसका मलाल है कि टारगेट के नजदीक होते हुए भी पहुंच नहीं सके। बदमाश नोएडा की खौंडा कालोनी में रह रहे थे। लेकिन, मुठभेड़ नोएडा के सेक्टर 39 में हुई। जबकि सेक्टर 39 यहां से काफी दूर भी है और खौंडा से यह जगह उल्टे रास्ते पर है। जबकि कोंडला के रास्ते से बदमाश आसानी से भाग सकते थे।
लूट 35 लाख की या कम की, खड़े हुए सवाल
बदमाशों ने 35 लाख का सोना लूटा था। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा था कि पहले बाहर रखी प्लेट में ज्वेलरी बैग में भरी गई। फिर तिजोरी में से सामान पार किया गया। लेकिन, बरामदगी महज एक-डेढ़ लाख की कीमत के सोना की हो पाई है। सवाल है कि बाकी सोना कहां चला गया? वहीं 40 हजार कैश लुटा था, जबकि 20-22 हजार की बात बदमाशों ने बताई है। सवाल उठ रहे हैं कि लूट 35 लाख हुई थी या कम की। शातिर बदमाश है सौरभ सीसीटीवी में लूट से पहले हाथ सैनिटाइज करने वाला बदमाश सौरभ है। उसके पीछे मोहित था। लाल मास्क में रोहित था। सौरभ इसी तरह से लूट व डकैती करता था। सौरभ ने वर्ष 2017 में इगलास में एक पनीर व्यापारी के यहां घर में घुसकर डकैती डाली थी। तब भी सौरभ ने घर का दरवाजा खटखटाया। बाहर आई महिला के पैर छुए। बुआ नमस्ते कहा और घटना को अंजाम दिया। तब भी सौरभ को ट्रेस कर लिया गया था।प्रधान की थी हत्याबदमाशों ने गांव के ही प्रधानपति कालीचरन की 12 अक्टूबर 2019 को दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर हुई हत्या में खुद के शामिल होने की बात स्वीकारी है। तभी से आरोपित फरार थे। गांव वालों के भी संपर्क में नहीं थे। लॉकडाउन के दौरान तीनों के घर पुलिस ने कुर्की के नोटिस भी चस्पा किए थे। खैर पुलिस कोर्ट से आरोपितों की गिरफ्तारी का गैर जमानती वारंट भी ले चुकी है।मुकदमों की है लंबी फेहरिश्त तीनों वर्ष 2017 से लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। तीनों पर डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। अकेले मोहित के खिलाफ थाना खैर में लूट, चोरी, हत्या, जानलेवा हमला, आम्र्स एक्ट, गुंडा एक्ट से जुड़े पिलखुवा, हापुड़, सदर थाना गुरुग्राम, हरियाणा में नौ मुकदमे व सौरभ भी लूट, हत्या समेत आठ मुकदमे दर्ज हैं। जबकि रोहित पर खैर में हत्या का एक व दिल्ली के गाजीपुर थाने में चोरी समेत दो मुकदमे दर्ज हैं। तीनों गाजियाबाद में एक फैक्ट्री में काम भी करते थे और किराये के मकान में रह रहे थे।
अलीगढ़ पुलिस बदमाशों से पूछताछ करेगी
अलीगढ़ पुलिस की टीम ने बदमाशों को ट्रेस कर लिया था। दो दिन से एक टीम नोएडा में थी। लेकिन, बदमाश मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे। बदमाशों ने गांव से भी नाता तोड़ दिया था। इसके चलते थोड़ी कठिनाई जरूर हुई। लेकिन, यूपी पुलिस ने ही बदमाशों को पकड़ा है। अलीगढ़ पुलिस बदमाशों से पूछताछ करेगी। हर बिंदु को वेरिफाइ किया जाएगा।
मुनिराज, एसएसपी