शहर के लोगों ने कहा कि अन्न बचाने के लिए चलाएंगे जन जागरण Aligarh news
दैनिक जागरण की भंडारा भरा पर पेट खालीÓ मुहिम में जैन समाज के लोगों ने लिया संकल्प।
अलीगढ़ [जेएनएन] दैनिक जागरण की मुहिम 'भंडारा भरा पर पेट खालीÓ का कारवां बढ़ता जा रहा है। अन्न बचाने के लिए जैन समाज ने कई एलान किए हैं। जैन मंदिर प्रांगणों में अन्न बचाने के लिए होर्डिंग लगाए जाएंगे। पोस्टर बनवाए जाएंगे। इसकी शुरुआत पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन खंडेलवाल मंदिर पंचायत खिरनी गेट से होगी। लख्मीचंद पांड्या खंडेलवाल दिगंबर जैन ट्रस्ट भी आगे आ रहा है। समाज का कहना है कि सार्वजनिक भोज में अन्न बर्बादी रोकने के लिए प्रयास तेज होंगे। 'जूठा न रहे थाली में, उतना ही लो थाली मेंÓ के लिए जन जागरण चलाएंगे। आगरा रोड स्थित बाग वाले जैन मंदिर में बुधवार को शाम साढ़े सात बजे बैठक होगी। यहां अन्न बचाने के लिए सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी।
अभियान का बनेंगे हिस्सा
पाश्र्वनाथ दिंगबर जैन खंडेलवाल मंदिर पंचायत खिरनीगेट (बड़ा जैन मंदिर) के अध्यक्ष सुरेश जैन ने दैनिक जागण की 'भंडारा भरा पर पेट खालीÓ मुहिम को सराहा है। उन्होंने कहा कि इस मुहिम का हिस्सा बनने के लिए हमने बैठक में कई निर्णय लिए हैैं। हर साल मंदिर में सामूहिक भोज होता है। सदस्यों ने कम व्यंजन बनाने पर अपनी सहमति दी है। बुधवार को मंदिर प्रांगण में होने वाली बैठक में हम अन्न बचाने की शपथ दिलाएंगे। मुहिम में हम युवा वर्ग को जोड़ेगे। जन जागरण चलाने के लिए इन्हें आगे लाएंगे। हमारा जोर है कि हर व्यक्ति अन्न बचाने की मुहिम घर से शुरू करे।
बर्बाद न होने दिया जाएगा खाना
जैन समाज के मार्गदर्शक बनारसीदास जैन ने 'भंडारा भरा पर पेट खालीÓ अभियान की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि जैन धर्म में अन्न की बर्बादी पाप के समान होती है। जब पंगत होती थी, तब अधिक खाना परोसा जाता था। तब दावतों में बड़ी मात्रा में यह बर्बाद होता था। फिर बफर यानी स्टॉल से खाना लेकर खुद परोसना है। इस बदली हुई व्यवस्था का मकसद सिर्फ इतना था कि उतना ही प्लेट में लिया जाए, कि जूठा नाली में न जाए। आयोजनों में अक्सर देखा जाता है कि प्लेट में खाना भर लिया जाता है, फिर जूठा कर डस्टबिन में डाल दिया जाता है। एक चौथाई खाना बर्बाद हो रहा है। उसे रोकना चाहिए। यह तभी संभव होगा, जब उतना ही लिया जाए थाली में, बर्बाद नहीं जाने दिया जाए नाली में।
लगवाएंगे होर्डिंग-बैनर
'भंडारा भरा पर पेट खालीÓ मुहिम से पाश्र्वनाथ दिंगबर जैन खंडेलवाल मंदिर के सदस्य मुनेश जैन गदगद हैं। कहते हैं कि वे मुहिम का हिस्सा बनेंगे। वैवाहिक समारोह हो या बर्थडे पार्टी, अन्न बचाने के लिए सामूहिक चर्चा करेंगे। सभी मिलजुलकर बात करेंगे। आयोजन स्थलों पर होर्डिंग लगवाएंगे। युवाओं की टोली तैयार होगी। आयोजनों में बचे व्यंजनों को तरोताजा रखने के लिए इंतजाम करेंगे। इस खाने को गरीब बस्तियों में बांटा जाएगा। अन्न बचाने के लिए मंच पर सार्वजनिक घोषणा भी करेंगे।
बदलनी होगी विचारधारा
युवा विवेक जैन का कहना है कि हिंदुस्तान में सर्वाधिक पके हुए अन्न की बर्बादी होती है। घर से लेकर समारोह तक में व्यंजनों से लबालब प्लेट भर ली जाती है। हमें अपनी विचारधारा बदलनी होगी। आयोजन स्थल पर लगे स्टॉल पर जुटी भीड़ को देखकर मेहमानों की विचारधारा भी बदल जाती है। एक बार लेने के फेर में कई तरह की प्लेट भरकर ले आते हैं। फिर आधा खाया। बाकी डाल दिया डस्टबिन में। हमें यही हरकत रोकनी है।