पटाखा ठहाका कवि सम्मेलन: अमर तिरंगा कश्मीर में सदियों तक लहराएगा
वरिष्ठ कवि प्रेम किशोर पटाखा की काव्य यात्रा के 60 वर्ष पूर्ण होने पर मंगलवार को पटाखा काव्य हीरक जयंती महोत्सव व ठहाका कवि सम्मेलन का आयोजन रघुनाथ पैलेस में हुआ। इसमें देश के कई प्रसिद्ध कवियों ने हिस्सा लेकर अपनी रचना से समारोह को काव्यमय बना दिया।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। वरिष्ठ कवि प्रेम किशोर पटाखा की काव्य यात्रा के 60 वर्ष पूर्ण होने पर मंगलवार को पटाखा काव्य हीरक जयंती महोत्सव व ठहाका कवि सम्मेलन का आयोजन रघुनाथ पैलेस में हुआ। इसमें देश के कई प्रसिद्ध कवियों ने हिस्सा लेकर अपनी रचना से समारोह को काव्यमय बना दिया। उद्घाटन जिला पंचायत अध्यक्ष विजया सिंह व एमएलसी मानवेंद्र प्रताप सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। संयोजक व कस्तूरी कला एजुकेशन सोसाइटी के निदेशक चित्रकार शिवाशीष व प्रेम किशोर पटाका ने अतिथि कवियों का स्वागत किया। वक्ताओं ने प्रेम किशोर पटाका की काव्य यात्रा पर प्रकाश डाला।
कवि सम्मेलन में अलवर से सुविख्यात ओज कवि विनीत चौहान ने हुंकार भरी-
‘क्या कहा तिरंगा घाटी में अब और नहीं लहराएगा,
क्या कहा कि जन मन गण घाटी में नहीं कोई दौहराएगा,
जब तक एक भी बेटा जिंदा है अपने हिंदुस्तान का,
अमर तिरंगा कश्मीर में सदियों तक लहराएगा।
हास्य कवि पापुलर मेरठी ने-
‘वो दिन के जब मेरे चारों तरफ अंधेरा था,
मुझे बता के गए हैं कि कौन मेरा था।’ सुनाकर तालियां बटोरी।
नोएडा के कमल आग्नेय ने सुनाया-
‘खोई प्रतिष्ठा सदियों से इस बार हमारी आएगी,
बाद अयोध्या काशी के मथुरा की बारी आएगी।’
जबलपुर से आई मनिका दुबे ने सुनाया-
तुम हंसते हो तो लगता है हंसता है संसार
तुम्हें कैसे न करते प्यार।
हास्य कवि शंभू शिखर के व्यंग्य-जब तक नहीं आ जाते 15 लाख खाते में, तब तक तुम्हें हम सुनाते रहेंगे। को खूब सराहा गया।
प्रेम किशोर पटाखा ने सुनाया-
‘शब्द सिक्कों से खनकते कम नहीं होते
शब्द नहीं होते तो हम नहीं होते।
अशोक अंजुम ने सुनाया-
आप ध्यान से सुनना बात हम दीवानों की
क्या पता कि बात कोई इंकलाब ले आए।
कवयित्री पूनम वर्मा व शिव शंकर चतुर्वेदी ने काव्य पाठ कर वाह-वाह लूटी।
विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक संजीव राजा,भाजपा नेता संजय गोयल, समाजसेवी अमित सर्राफ, कस्तूरी चित्रकार शिवाशीष शर्मा, सचिव जैकी शर्मा, मीडिया प्रभारी राज सक्सेना मौजूद रहे।