जगह-जगह लेगेंगे आउटरीच मेडिकल कैंप, रोगियों को घर के पास ही मिल सकेगा मुफ्त उपचार
रोगियों को समय पर इलाज मिल सके इसके लिए स्वास्थ्य विभाग जगह जगह आउटरीच मेडिकल कैंप लगाएगा। इससे रोगियों को घर के पास ही उपचार मिल सकेगा। कैंप में रोगियों की स्क्रीनिंग कर दवा दी जाएगी साथ ही जरूरी जांच भी होगी।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत अब रोगियों को घर के पास ही उपचार मिल जाएगा। स्वास्थ्य विभाग रोगियों के लिए जगह-जगह आउटरीच मेडिकल कैंप लगाएगा। रोगियों की स्क्रीनिंग कर दवा दी जाएगी। जरूरी जांच भी होगी।
सरकार ने बस्तियों में आउटरीच मेडिकल कैंप लगाने की योजना बनायी
जिला मुख्यालय पर 17 अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित हैं, ताकि छोटी-छोटी परेशानी में रोगी को जिला अस्पताल, दीनदयाल चिकित्सालय, महिला चिकित्सालय न दौडऩा पड़े। काफी क्षेत्र ऐसे भी हैं, जहां के लोग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) तक नहीं पहुंच पाते हैैं। गंभीर समस्या होने पर ही वे सीधे बड़े अस्पतालों का रुख करते हैं। सरकार ने बस्तियों में आउटरीच मेडिकल कैंप लगाने की योजना बनाई है।
हर पीएचसी क्षेत्र में एक मेडिकल कैंप की योजना
शहरी समन्वयक अकबर खान ने बताया कि प्रत्येक पीएचसी के क्षेत्र में कम से कम एक मेडिकल कैंप लगाने की योजना है। मेडिकल टीम में एक एमबीबीएस डाक्टर या दंत रोग विशेषज्ञ, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन (एलटी), स्टाफ नर्स को आउटसोर्सिंग पर रखा जाएगा। एक एएनएम विभाग की होगी। रोगी की जांच कर दवा दी जाएगी। मलेरिया व कोविड की मौके पर ही डायग्नोस्टिक किट से जांच होगी। अन्य जांच के लिए एलटी सैंपल लेकर संबंधित पीएचसी पर जमा करेंगे।
ये सुविधाएं होंगी उपलब्ध
परिवार नियोजन के लिए दंपतियों व गर्भवतियों को परामर्श दिया जाएगा। एएनएम का कार्य परिवार नियोजन संबंधी जानकारी देते हुए टीकाकरण करना होगा। इंजेक्शन अंतरा, छाया टेबलेट के साथ कंडोम उपलब्ध होंगे। लोगों को नसबंदी, कापर टी आदि के प्रति जागरूक किया जाएगा।
मोबाइल के गलत इस्तेमाल से गर्दन में दर्द
अलीगढ़। यति फिजियोथेरेपी एंड सीपी सेंटर पर सोशल वेलफेयर हायर एजुकेशन सोसाइटी के सहयोग से निश्शुल्क फिजियोथेरेपी शिविर का कमर दर्द, घुटने के दर्द, हड्डी व नसों संबंधी अन्य परेशानी से ग्रस्त रोगियों ने बढ़-चढ़कर लाभ उठाया। संचालन डा. हेमंत चौहान व डा. अनिल कुमार की टीम ने किया। उन्होने बताया कि 25 से 30 रोगी कमर दर्द व स्लिप डिस्क, 40 रोगी गलत मुद्रा में लेटकर मोबाइल चलाने के कारण गर्दन दर्द से ग्रस्त पाए गए। इसमें युवा वर्ग की संख्या अधिक रही। रोगियों की समस्या को देखते हुए तीन जुलाई को पुन: शिविर लगाया जाएगा।