Move to Jagran APP

Protested To Agricultural law : भाकियू ने कृषि कानून के विरोध में किया प्रदर्शन, पुलिस से नोंकझोंक Aligarh News

गांव-गांव जाकर कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लगाए। गांव विशनपुर महतापुर मोहनपुर साथिनी चूहरा उत्तमपुर में प्रदर्शन किया गया। गांव विशनपुर में पुलिस प्रशासन से राजपाल शर्मा की नोकझोंक हुई। गांव के चौराहे पर कृषि कानून की प्रतियां जलाई गई।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Wed, 26 May 2021 02:52 PM (IST)Updated: Wed, 26 May 2021 02:52 PM (IST)
गांव-गांव जाकर कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लगाए।

अलीगढ़, जेएनएन। कृषि कानून के विरोध में जिले भर में किसानों ने बुधवार को विरोध किया। साथ ही अपने अपने घरों काले झंडे लगाए। साथ ही मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। इगलास में भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट ने बुधवार को अपने आवास पर तथा वाहनों पर काले झंडे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए गांव-गांव काले झंडे लगाए। भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव राजपाल शर्मा ने कहा कि छह माह बीत जाने के बाद भी किसान विरोधी तीन काले कानूनों को सरकार द्वारा वापस नहीं लिया गया है और नहीं स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को मानकर सरकार द्वारा घोषित एमएसपी के तहत खरीदने को कानून बनाया गया है। केन्द्र सरकार की किसान विरोधी एवं दमनकारी ​नीतियों को लेकर सभी किसान आज कला दिवस मना रहे हैं।

loksabha election banner

पुलिस से नोंकझोक

गांव-गांव जाकर कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लगाए। गांव विशनपुर, महतापुर, मोहनपुर, साथिनी, चूहरा, उत्तमपुर में प्रदर्शन किया गया। गांव विशनपुर में पुलिस प्रशासन से राजपाल शर्मा की नोकझोंक हुई। गांव के चौराहे पर कृषि कानून की प्रतियां जलाई गई। इस मौके पर रुद्र सिंह, रामहरि शर्मा, सुरेंद्र सिंह, सोनवीर, बृजपाल, साहब सिंह, हाकिम सिंह, मनोहर आदि ने केन्द्र सरकार की किसान दमनकारी नीतियों का पुरजोर विरोध करते हुए काले कानूनों को वापस न लेने तक आंदोलन चलाए रखने की बात कही। उन्होंने नारा दिया कि जबतक बिल बापसी नहीं तब तक घर बापसी नहीं। वहीं भारतीय किसान यूनियन (हरपाल गुट) ने कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी कार्यकर्ता हाथों में काली पट्टी बांधे हुए थे।

वर्तमान सरकार किसान विरोधी

राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी हरपाल सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार किसान विरोधी है। पिछले छह महीने से किसान दिल्ली बॉर्डर पर धरना देकर बैठे हैं। लेकिन सरकार पूजी पतियों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाए गए कानून को खत्म करना नहीं चाहती। जब तक कानून नहीं हटेगा किसान आंदोलन करते रहेंगे। इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन एसडीएम कुलदेव सिंह को दिया। इस दौरान भाकियू नेताओं ने सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की।

किसानों ने काले झंडे लेकर किया प्रदर्शन

पिसावा : तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब,यूपी और हरियाणा समेत कई अन्य राज्यों के किसानों का धरना प्रदर्शन बुधवार को 6 महीने पूरे कर गया। इसको लेकर आंदोलन के छह माह पूरे होने पर पिसावा क्षेत्र में कई स्थानों पर किसानों द्वारा काला दिवस मनाया गया। भारतीय किसान यूनियन व भारतीय किसान सेवा संघ के नेतृत्व में किसानों ने पलसेडा व पिसावा में अपने हाथों में एवं वाहनों पर काले झंडे लगा कर सरकार की नीतियों के विरोध में प्रदर्शन किया गया।इसके तहत सभी धरनास्थलों पर किसान प्रदर्शनकारियों को काली पगड़ी व चुनरी पहन कर जय जवान जय किसान के  नारे भी  लगाए गए। इस दौरान भाकियू के तहसील अध्यक्ष गुलजार सिंह बापू ने कहा कि अब 6 महीने हो गए हैं, लेकिन सरकार हमारी नहीं सुन रही है। इसलिए किसान काले झंडे लगा रहे हैं। प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया जा रहा है। हम COVID प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं।किसान जहां हैं वहां झंडा फहरा रहे हैं।जिसके बाद मौके पर पहुचे एसडीएम गभाना प्रवीण यादव को ज्ञापन देकर प्रदर्शन समाप्त कर दिया।इस प्रदेशन में क्षेत्र के अनेक किसानों ने भाग लिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.