बैंकों के विलय का विरोध, सड़क पर उतरे कर्मचारी Aligarh News
छह राष्ट्रीयकृत बैंकों के विलय के केंद्र सरकार के निर्णय के खिलाफ कर्मचारियों ने शनिवार को सांकेतिक प्रदर्शन किया।
अलीगढ़ (जेएनएन)। छह राष्ट्रीयकृत बैंकों के विलय के केंद्र सरकार के निर्णय के खिलाफ कर्मचारियों ने शनिवार को सांकेतिक प्रदर्शन किया। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) की अगुवाई में रामघाट रोड स्थित ओरिएटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) की शाखा पर प्रदर्शन किया। कुछ शाखाओं में काली पट्टी बांधकर काम किया।
केंद्र सरकार बैंकों के निजीकरण करने पर उतारू
यूएफबीयू के जिला संयोजक वीके शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार बैंकों के निजीकरण करने पर उतारू है। सरकार ने बैंकों के विलय के फैसले को लेकर जिन तर्कों को दिया है, वह झूठ का पुलिंदा है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में पांच सहयोगी बैंकों का पिछले सालों में विलय हुआ था। इससे स्टेट बैंक को लाभांश की जगह घाटा उठाना पड़ा। अबतक देशभर में 7500 शाखाएं इस बैंक की बंद हो चुकी हैं। शर्मा ने सरकार से मांग की है कि वह विलय के अपने इस निर्णय को वापस ले। अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
बढ़ेगी बेरोजगारी, घटेगा रोजगार
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन के जिला सचिव अतुल सिंह ने कहा कि बैंकों का विलय अगर जरूरी था तो सरकार को पहले द्विपक्षीय वार्ता करना जरूरी था। केंद्र के इस फैसले से बेरोजगारी बढ़ेगी। युवाओं के लिए रोजगार के अवसर कम होंगे। खाताधारकों को परेशानी होगी। वेतन समझौता दो साल से लंबित है। इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। बैंक कर्मचारियों के हित के लिए संघर्ष होगा।