अलीगढ़ में नौनिहालों की आनलाइन पढ़ाई अटकी, मांगी रिपोर्ट
संसाधनों के अभाव में सरकारी स्कूलों में नहीं जुड़ पाए थे बच्चे।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : कक्षा एक से आठवी तक के सरकारी स्कूलों में बच्चों की आनलाइन पढ़ाई अटक सी गई है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद शिक्षकों ने उन थोड़े विद्यार्थियों को भी आनलाइन पढ़ाना बंद कर दिया, जो इससे जुड़े थे। कुछ ब्लॉक से इसकी शिकायतें भी मिली हैं। बीएसए ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों (बीईओ) व प्रधानाध्यापकों से आनलाइन शिक्षा के संबंध में रिपोर्ट मांगी है।
जिले में 1766 प्राइमरी व 733 जूनियर हाईस्कूल हैं। इनमें करीब 2.48 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं। कोरोना काल में लॉकडाउन लगा तो स्कूलों में आनलाइन पढ़ाई कराने की कवायद शुरू की गई। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं। वहां कई परिवार आधुनिक संसाधनों के मामले में संपन्न नहीं हैं। इन परिवारों के बच्चों की आनलाइन शिक्षा अधर में पड़ गई थी। करीब 30 फीसद छात्र-छात्राएं ही आनलाइन शिक्षा से जुड़ सके थे, बाकी नहीं जुड़े।
शिक्षकों ने भी रखा पक्ष
विभागीय सूत्रों की मानें तो शिक्षकों ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि लॉकडाउन में उनको स्कूल में नहीं बुलाया जा रहा था। अब कायाकल्प योजना व अन्य कार्यों के लिए स्कूल बुलाया जा रहा है। आनलाइन पढ़ाई कराने का समय नहीं मिलता है। अगर आनलाइन पढ़ाई करानी है तो अफसरों को स्कूल बंद रहने तक शिक्षकों को न बुलाने पर विचार करना चाहिए।
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ब्लॉकवार रिपोर्ट मंगाई जा रही है। जब तक स्कूल नहीं खुल रहे हैं, तब तक आनलाइन पढ़ाई जरूरी है। स्कूल आने व आनलाइन पढ़ाने वाले शिक्षकों की ड्यूटी भी तय की जा सकती है।
डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय, बीएसए