अलीगढ़ में एक फर्जी व पांच गैरहाजिर शिक्षकों की सेवा समाप्त, ये है वजह
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में छह शिक्षक-शिक्षिकाओं पर सेवासमाप्ति की कार्रवाई की गई है। इनमें से एक शिक्षिका फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी करती पाई गई। नियुक्ति के समय टीईटी का प्रमाणपत्र जो लगाया गया है वो फर्जी पाया गया।
अलीगढ़, जेएनएन। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में छह शिक्षक-शिक्षिकाओं पर सेवासमाप्ति की कार्रवाई की गई है। इनमें से एक शिक्षिका फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी करती पाई गई। नियुक्ति के समय टीईटी का प्रमाणपत्र जो लगाया गया है वो फर्जी पाया गया। इस पर उनकी सेवा तत्काल समाप्त कर एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश खंड शिक्षाधिकारी को दिए गए हैं। वहीं चार सहायक अध्यापिकाओं व एक सहायक अध्यापक (पांच सहायकय अध्यापकों) की सेवा भी समाप्त की गई है। ये सभी लंबे समय से बिना सूचना विद्यालय से गैरहाजिर हैं।
रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश
बीएसए डाॅ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि, पूर्व माध्यमिक विद्यालय कलींजरी गोंडा में सहायक अध्यापिका परवीना ने टीईटी 2011 का अंकपत्र व प्रमाणपत्र फर्जी लगाया है। रोल नंबर 03077618 पर 150 पूर्णांक में प्राप्तांक 82 का ऑनलाइन सत्यापन कराया गया तो वो कूटरचित पाया गया। इस रोल नंबर पर अति पिछड़ा वर्ग के सुनील कुमार के 96 प्राप्तांक दिखा रहा है। बताया कि इससे बचने के लिए परवीना ने स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति के लिए आवेदन भी किया था। जिसको स्वीकार नहीं किया गया। नियुक्ति तिथि से ही उनकी नियुक्ति को शून्य मानते हुए उनकी सेवा समाप्त कर दी गई है। खंड शिक्षा अधिकारी को इनके खिलाफ एफआइआर कराने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं।बीएसए ने बताया कि, इनके अलावा पांच अन्य गुरुजनों की सेवाएं समाप्त की गई हैं। पूर्व माध्यमिक विद्यालय बांकनेर खैर की सहायक अध्यापिका अंकिता अग्रवाल बिना सूचना के तीन वर्षों से अनुपस्थित चल रही हैं। प्राथमिक विद्यालय बिसारा चंडौस में सहायक अध्यापिका प्रीति गोयल एक जनवरी 2019 से लगातार गैरहाजिर हैं।
विद्यालय से लगातार गैरहाजिर
पूर्व माध्ययमिक विद्यालय पनिहावर चंडौस में सहायक अध्यापक अमित कुमार 29 जुलाई 2018 से गैरहाजिर हैं। प्राथमिक विद्यालय सुवकरा जवां में सहायक अध्यापिका तरन्नुम 26 जुलाई 2019 से लगातार गैरहाजिर हैं। पूर्व माध्यमिक विद्यालय रिगसपुरी जवां में सहायक अध्यापिका सविता यादव दिसंबर 2016 से विद्यालय से लगातार गैरहाजिर हैं। इन सभी को कई-कई बार नोटिस जारी कर कार्यालय आकर स्पष्टीकरण पेश करने के निर्देश दिए गए। मगर किसी का कोई जवाब नहीं आया। इसलिए इन सभी पांचों सहायक अध्यापकों की सेवासमाप्त कर दी गई है।