अलीगढ़ और हाथरस से गुजरने वाली ट्रेन के कोच पर दिखेगी प्रयागराज के स्मारकों की झलक
कुंभ मेले के दौरान रेलवे की ट्रेनों के कोच पर प्रयागराज के स्मारक, कुंभ मेला के हृदयस्पर्शी चित्रों की झलक भी देखने को मिलेगी।
हाथरस (जेएनएन)। कुंभ मेले के दौरान रेलवे की ट्रेनों के कोच पर प्रयागराज के स्मारक, कुंभ मेला के हृदयस्पर्शी चित्रों की झलक भी देखने को मिलेगी। कुंभ की पेंङ्क्षटग से सुसज्जित आधुनिक कोच सिर्फ प्रयागराज ही नहीं बल्कि अलीगढ़-हाथरस से गुजरने वाली ट्रेनों के कोचों पर भी दिखाई देंगे। व्यापक स्तर पर रेलवे इसकी तैयारी में जुटा है। प्रयागराज को जोडऩे वाले तीन डिवीजनों ने कुल 800 ट्रेनों को चलाने का निर्णय लिया है। इसके अलावा नियमित ट्रेनों में भी अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे, जिन पर मेला की झलक यात्रियों को देखने को मिलेगी। अतिरिक्त ट्रेन व कोचों का संचालन 13 जनवरी से छह मार्च कुंभ मेला तक होगा।
कुंभ को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने का प्रयास
कुंभ मेले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रदेश सरकार व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार में जुटी है। केंद्र सरकार भी प्रयागराज के इस ऐतिहासिक मेले के लिए व्यापक प्रचार प्रसार कर रही है, जिससे देश-विदेश से भी श्रद्धालु मेले की सुंदरता को देखते हुए ङ्क्षखचे चले आएं।
प्रयागराज पहुंचेगे 40 लाख श्रद्धालु
रेलवे को अनुमान है कि मेला समय के दौरान करीब 40 लाख लोग विभिन्न रास्तों से ट्रेनों के माध्यम से प्रयागराज पहुंचेंगे। इनमें अप्रवासी भारतीय भी शामिल होंगे। यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा कराने के लिए राजधानी दिल्ली उत्तर रेलवे से 622, कानपुर मथुरा-कासगंज, हाथरस खंड होते हुए इलाहाबाद को जोडऩे वाले पूर्वोत्तर रेलवे ने 110 व दिल्ली हावड़ा ट्रैक पर दिल्ली से इलाहाबाद के लिए 68 ट्रेनों का संचालन होगा। यह सभी ट्रेनें 13 जनवरी से शुरू होकर छह मार्च तक चलेंगी।
रोडवेज की जाएंगी 150
रोडवेज बसें भी जाएंगी मेले में
ट्रेनों के साथ बड़ी संख्या में यहां से मेले में बसें भी जाएंगी। रोडवेज अफसरों के मुताबिक रीजन से मेले में करीब 100-150 बसें जाएंगी। हालांकि मुख्यालय से अभी बसों की डिमांड का कोई पत्र नहीं मिला है, लेकिन मौखिक स्तर पर बसों को मेले में भेजने की तैयारी रखने के निर्देश अफसरों को मिल चुके हैं।
कुंभ की विरासत से सुसज्जित होंगे स्टेशन
उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी सुनील गुप्ता का कहना है कि मेले के लिए 800 अतिरक्त टे्रनें व नियमित ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे। प्रयागराज व उसके आसपास के स्टेशनों को कुंभ की विरासत से सुसज्जित किया जा रहा है। कोचों को भी कुंभ के इतिहास से जुड़ी पेंङ्क्षटग से सजाया जा रहा है, जिससे यहां आने वाले व ट्रेनों में यात्रा करने वाले इस एतिहासिक मेले की प्रसंशा से न चूकें।