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Jagran Impact : खंडहर में इलाज पर दौड़े अफसर, चिकित्सक को थमाया नोटिस Hathras News

डेंगू और बुखार से पीड़ित मरीजों का खड़हर में इलाज की खबर पर विभागीय अधिकारियों में खलबली मच गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक ने मरीजों का इलाज करने वाले चिकित्सक को नोटिस थमा दिया है। खंडहर को भी खाली करा दिया गया।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Sat, 09 Oct 2021 09:02 PM (IST)Updated: Sat, 09 Oct 2021 09:02 PM (IST)
Jagran Impact : खंडहर में इलाज पर दौड़े अफसर, चिकित्सक को थमाया नोटिस  Hathras News
डेंगू और बुखार से पीड़ित मरीजों का खड़हर में इलाज की खबर पर विभागीय अधिकारियों में खलबली मच गई।

हाथरस, जागरण संवाददाता। डेंगू और बुखार से पीड़ित मरीजों का खड़हर में इलाज की खबर पर विभागीय अधिकारियों में खलबली मच गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक ने मरीजों का इलाज करने वाले चिकित्सक को नोटिस थमा दिया है। खंडहर को भी खाली करा दिया गया। 

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क्‍लीनिक के सामने खंडहर में ही झोलाछाप ने बना दिया था अस्‍पताल

सासनी स्टेशन के पास एक झोलाछाप ने क्लीनिक के सामने खंडहर भवन में ही अस्पताल बना दिया था। यहां एक पेट्रोल पंप कई वर्षाें से बंद पड़ी है। इसके खंडहर भवन में टेंट के गद्दे डालकर मरीजों का उपचार किया जा रहा था। उन्हें डि्रप भी चढ़ाई जा रही थी। क्षेत्र के गांव बिर्रा, हडोली के आठ मरीज भर्ती थे। इनके तीमारदार भी बैठे हुए थे। भवन के चारों ओर बड़ी-बड़ी झाड़ियां हैं। दैनिक जागरण पोर्टल पर शनिवार दोपहर को खबर चलते ही अफसरों में खलबली मच गई। सीएचसी अधीक्षक डा. एसपी सिंह खंडहर से मरीजों को हटाने पहुंचे। इस दौरान तीमारदारों ने ड्रिप लगी होने की परेशानी बताते हुए थोड़ी देर में जाने के लिए कह दिया। सीएचसी अधीक्षक ने असलम नाम के चिकित्सक को नोटिस थमाया है।

वेटनरी डाक्टर कर रहा था मरीजों का इलाज

हाथरस । सिकंदराराऊ के चिकित्साधीक्षक ने शनिवार को कस्बा व क्षेत्र में आधा दर्जन प्राइवेट क्लीनिकों का निरीक्षण किया। इस दौरान अगसौली में एक वेटनरी (पशुओं) का चिकित्सक इंसानों का उपचार करते हुए मिला। चिकित्साधीक्षक ने नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है।

छापेमारी से झोलाछाप व प्राइवेट क्‍लीनिक संचालकों में हड़कंप

चिकित्सा अधीक्षक डा. रजनेश यादव ने की छापेमारी से झोलाछाप और प्राइवेट क्लीनिक संचालकों में खलबली मच गई। कुछ झोलाछाप अपनी दुकानों के शटर गिरा कर भाग गए। निरीक्षण के दौरान झोलाछाप एवं प्राइवेट क्लीनिकों पर लोगों का उपचार किया जा रहा था। अगसौली चौराहे पर एक प्राइवेट क्लीनिक के संचालक के रजिस्ट्रेशन के दस्तावेज देखे, जिन्हें देख टीम अचंभे में पड़ गई। क्लीनिक संचालक का रजिस्ट्रेशन वेटनरी काउंसिल का था और वह उपचार इंसानों का कर रहा था। चिकित्सा अधीक्षक ने क्लीनिक संचालक को नोटिस जारी किया है। इसके अलावा अन्य क्लीनिकों पर भी अनयिमितताएं मिलने पर नोटिस जारी किए हैं।


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