अब क्यूआर कोड से जारी होंगे रेल टिकट Aligarh News
रेलवे क्यूआर कोड वाले संपर्क रहित टिकट देने की योजना बना रहा है। जिन्हें स्टेशन और ट्रेनों पर मोबाइल फोन से स्कैन किया जा सकेगा।
अलीगढ़[जेएनएन]: रेलवे भी अब क्यूआर कोड वाले संपर्क रहित टिकट देने की योजना बना रहा है। जिन्हें स्टेशन और ट्रेनों पर मोबाइल फोन से स्कैन किया जा सकेगा। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। वर्तमान में ट्रेन के 85 प्रतिशत टिकट ऑनलाइन बुक होते हैं। काउंटर से टिकट खरीदने वालों के लिए भी क्यूआर कोड की व्यवस्था की जाएगी। क्यूआर कोड प्रणाली की शुरुआत की है जो टिकट पर दिए जाएंगे। ऑनलाइन खरीदने वालों को टिकट पर कोड दिया जाएगा। विंडो टिकट पर भी जब किसी को कागज वाला टिकट दिया जाएगा तब उसके मोबाइल पर एक संदेश भेजा जाएगा जिसमें क्यू आर कोड का लिंक होगा। लिंक खोलने पर कोड दिखेगा।
यात्री के टिकट का क्यूआर कोड स्कैन कर लिया जाएगा
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, स्टेशन या ट्रेन पर टीटीई के पास फोन या उपकरण होगा जिससे यात्री के टिकट का क्यूआर कोड स्कैन कर लिया जाएगा। इस प्रकार टिकट जांचने की प्रक्रिया पूरी तरह से संपर्क रहित होगी। कागज रहित होने की रेलवे की योजना नहीं है लेकिन आरक्षित, अनारक्षित और प्लेटफार्म टिकट की ऑनलाइन बुकिंग शुरू कर कागज का इस्तेमाल बहुत हद तक कम किया जा सकेगा। हवाई अड्डे की भांति सभी यात्रियों के लिए स्टेशन पर प्रवेश करते ही संपर्क रहित टिकट की जांच करने की प्रक्रिया प्रयागराज जंक्शन पर शुरू की गई है। आइआरसीटीसी की वेबसाइट का पूरी तरह नवीनीकरण किया जाएगा और प्रक्रिया को सरल, सुविधाजनक बनाया जाएगा और होटल और भोजन की बुकिंग के साथ जोड़ा जाएगा।
AMU को संयुक्त राष्ट्र के ग्लोबल जियो स्पेशियल इंफारमेशन मैनेजमेंट की सदस्यता मिली
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय देश का पहला विश्वविद्यालय बन गया है जिसको संयुक्त राष्ट्र के ग्लोबल जियो स्पेशियल इंफारमेशन मैनेजमेंट की सदस्यता प्रदान की गई है। इस उपलब्धि के बाद अमुवि के रिमोट सेंसिंग एण्ड जीआईएस एप्लीकेशन्स अंतर्विषयी विभाग के माध्यम से विश्वविद्यालय को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थानीय भौगोलिक जानकारी प्रबंधन में सहयोग का अवसर प्राप्त होगा तथा इस से वैश्विक समस्याओं के निदान के लिए उपयुक्त कदम उठाये जा सकेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अमुवि 49 शिक्षण संस्थानों में शामिल
ज्ञात हो कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अमुवि उन 49 शिक्षण संस्थानों में शामिल है जिन्हें संयुक्त राष्ट्र के इस विशिष्ट संगठन की सदस्यता प्रदान की गई है। इस संगठन के अन्य सदस्यों में अति महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थानों में शामिल हारवर्ड यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी आफ कैलीफोर्निया तथा यूनिवर्सिटी आफ मेलबार्न शामिल हैं।अमुवि कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने इस उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय के शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि यह अमुवि के शताब्दी समारोह के अवसर पर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इंटरडिसिप्लीनरी डिपार्टमेंट आफ रिमोट सेंसिंग एण्ड जी0आई0एस0 एप्लीकेशन्स के अध्यक्ष एवं विज्ञान संकाय के डीन प्रोफेसर काजी मजहर अली ने कहा कि इस संगठन की सदस्यता से अमुवि को अंतर्विषयी शोध में बड़ी सहायता मिलेगी तथा वैश्विक क्षेत्रीय भौगोलिक जानकारी प्रबंधन में अमुवि को महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर प्राप्त होगा।
एएमयू को ऐसे मिली कामयाबी
प्रोफेसर काजी मजहर अली तथा डा0 रिजवान अहमद उक्त सदस्यता से संबंधित कार्यो एवं संचार के लिए क्रमशः प्राइमरी तथा सेकेंड्री प्वाइंट आफ कान्टैक्ट होंगे। जब कि प्रोफेसर अकरम जावेद यूएनजीजीआईएम के तथा रिमोट सेंसिंग विभाग के मध्य संयुक्त उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए मुख्य प्रतिनिधि के रूप में कार्य करेंगे।
ज्ञात हो कि उक्त संगठन की सदस्यता के लिए प्रोफेसर काजी मजहर अली ने गत मई माह में प्रस्ताव भेजा था जिस पर मेलबार्न यूनिवर्सिटी में एक चयन प्रक्रिया के उपरान्त अमुवि को यह सदस्यता प्रदान की गई।