Move to Jagran APP

coronavirus : अब एयरपोर्ट की तर्ज पर काम करेंगे रेलवे स्टेशन Aligarh News

दुनिया के सबसे लंबे भारतीय रेल नेटवर्क को कोरोना ने थाम लिया है। इस दरमियान हो रहे नुकसान की भरपाई में काफी वक्त लगेगा मगर यह सफर एक नई दिशा के साथ फिर उसी रफ्तार से लौटेगा।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Fri, 01 May 2020 09:51 AM (IST)Updated: Fri, 01 May 2020 04:10 PM (IST)
coronavirus : अब एयरपोर्ट की तर्ज पर काम करेंगे रेलवे स्टेशन Aligarh News

अलीगढ़ [सुमित शर्मा] : दुनिया के सबसे लंबे भारतीय रेल नेटवर्क को कोरोना ने थाम लिया है। इस दरमियान हो रहे नुकसान की भरपाई में काफी वक्त लगेगा, मगर यह सफर एक नई दिशा के साथ फिर उसी रफ्तार से लौटेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक, आने वाले दिनों में रेलवे की तस्वीर बदलेगी। रेलवे स्टेशनों पर लोग एयरपोर्ट जैसा अनुभव करेंगे। सफर पूरी तरह सुरक्षित, सुगम और स्वस्थ होगा।

loksabha election banner

अब ऐसे होगा ट्रेन में सफर

उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी सुनील कुमार गुप्त कहते हैं कि लॉकडाउन के दौरान सबके जहन में यही सवाल कौंध रहा है कि रेल कब और कैसे चलेंगी? क्या अब सफर उसी तरह का मुमकिन हो पाएगा। इस पर रेलवे ने काम करना शुरू कर दिया है। संभावना है कि अगर रेल संचालन शुरू होता है तो पहले यात्री ट्रेनें ना चलाईं जाएं। सिर्फ चंद सुपरफास्ट ट्रेनें शुरू हों। बदलाव के नए दौर में सैनिटाइजेशन, शारीरिक दूरी बनाना व मास्क पहनना अनिवार्य हो चुके होंगे। सफर से पहले और बाद में यात्री को एयरपोर्ट की तरह ही समय देना होगा। मान लीजिये कि आपकी ट्रेन सुबह आठ बजे की है, तो आपको सुबह चार बजे स्टेशन पहुंचना होगा। प्रवेश व निकासी द्वार अलग होंगे। हर यात्री की थर्मल स्क्रीङ्क्षनग होगी। आपके नाम, पते, मोबाइल नंबर दर्ज होंगे, इनका सत्यापन होगा। वेङ्क्षटग रूम में शारीरिक दूरी के साथ रुकने की व्यवस्था होगी। स्टेशन पर सिर्फ वही लोग जाएंगे, जिनका टिकट आरक्षित है। इसके बाद ट्रेन में आपको सैनिटाइजेशन के बाद प्रवेश मिलेगा। सीटों में गैङ्क्षपग होगी। मिडिल बर्थ को खाली किया जा सकता है। कोच में आठ लोगों की बजाय चार लोग सफर कर सकेंगे। दूसरी तरफ ड्यूटी पर तैनात होने वाले कर्मचारी भी इसी दायरे में आएंगे।

शारीरिक दूरी का ख्याल रखना अच्छी बात

नॉर्थ सेंट्रल रेलवे इंप्लाइज यूनियन के शाखा सचिव संजय कहते हैं कि फिलहाल मालगाड़ी संचालित हो रही हैं। पार्सल स्पेशल सर्विस भी चालू है। यात्री ट्रेनों का संचालन जब भी होगा, प्राथमिकता यही होगी कि शारीरिक दूरी का पालन हो।

बस के सफर में शुमार होंगी नई आदतें

लॉकडाउन में रोडवेज की सेवाएं बंद होने की भरपाई करने में एक साल से अधिक समय लगेगा। एआरएम लोकेश राजपूत का कहना है कि लॉकडाउन के बाद बसों में अतिरिक्त सावधानी बरती जाएगी। सरकार के निर्देशों पर कोटा से छात्रों को लाने के लिए कुछ बसें चलाई गईं थीं। इसके तहत बस की धुलाई करना, सैनिटाइज करवाना आदत में शुमार हो गया है।

निजी वाहनों की रफ्तार बढ़ जाएगी

कन्वीनियंस टूर्स एंड ट्रैवल्स के संचालक ललित माहेश्वरी के मुताबिक, शुरुआत में लोग सफर करने से बचेंगे। ऐसे में निजी वाहनों की रफ्तार बढ़ जाएगी, लोकल ट्रांसपोर्ट के लिए हमने भी तैयारी की हैं। किसी को जरूरत होगी तो सैनिटाइज्ड वाहन उपलब्ध कराया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.