अलीगढ़ के 50 राजनेता व अफसरों को नोटिस, खुफिया तंत्र सक्रिय
अल्प समय में अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले 50 राजनेता चिकित्सक व अफसर आयकर विभाग की रडार पर हैं।
अलीगढ़ (जेएनएन)। अल्प समय में अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले 50 राजनेता, चिकित्सक व अफसर आयकर विभाग की रडार पर हैं। विभाग की जांच विंग (इन्वेस्टीगेशन ब्रांच) कानपुर ने प्रारंभिक अतिगोपनीय जांच कर टैक्स इवीजन पीटीसन (टीइपी) के नोटिस जारी कर दिए हैं। सूत्रों ने बताया कि कुछ लोगों ने तो जवाब भी दाखिल कर दिए हैं। कुछ के सीए व आयकर अधिवक्ता सलाह भी लेकर गए है।
खुफिया तंत्र सक्रिय
दरअसल, जानबूझकर आयकर न देने वाले या कालेधन को सफेद धन करने के लिए प्रोपर्टी की खरीद बिक्री करने वालों की सूचनाएं एकत्रित करने के लिए आयकर विभाग का खुफिया तंत्र सक्रिय है। साथ ही 25 लाख से अधिक कीमत की लग्जरी कार खरीदने की जानकारी न देने वाले व नए रहीश पर भी इनकी नजर है।
शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय
पीएम, सीएम व केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने अपने पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने वालों के नाम गोपनीय रखता है। इन पोर्टल पर अकूत संपत्ति अर्जित करने वालों की सूचनाएं तीन श्रेणी में आती हैं। ए श्रेणी की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाता है। यह शिकायत तथ्यात्मक होती हैं। बी श्रेणी की शिकायत टैक्स चोरी की होती हैं। उसमें नाम व पता होते हैं। सबूतों का अभाव रहता है। सी श्रेणी की शिकायत सिर्फ इशारा करते हैं।
शिकायतों में है दम
चिह्नित की गई राजनेता,अफसर, उद्यमी व पेशेवर लोगों की शिकायतों में दम हैं। आयकर विभाग अलीगढ़ परिक्षेत्र के एटा, हाथरस, कासगंज, कन्नौज, फर्रुखाबाद, मैनपुरी व अलीगढ़ के जांच की जद में आए संदिग्धों के पैन कार्ड अटैच कर जांच भी शुरू हो गई है। सूत्रों ने कहा कि कुछ मामलों में शिकायत जांच सार्थकता की ओर है।