जंगल में बच्ची की चीखें सुनकर एकत्रित हुए लोग aligarh news
जंगल में नवजात बच्ची के मिलने से तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
अलीगढ़ (जेएनएन)। रंग गोरा। भूरी आंखें। गोल चेहरा। एेसा कि देखते ही नवजात बच्ची को गोद में लेने का मन हो जाए, पर इसे फेंकते समय उसकी मां का दिल शायद पत्थर का हो गया। उसकी चीखों से भी पसीजा नहीं। कब और किसने फेंका, यह तो पता नहीं, पर इगलास कोतवाली क्षेत्र में गोरई रोड पर बुद्धसैन पब्लिक स्कूल के निकट जंगल में इसकी चीख सुनने वाले राहगीर बिचलित हो गए। वहीं क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं भी होने लगीं। पुलिस ने इस नवजात को हॉस्पीटल में भर्ती कराया है।
अचानक राहगीर ठिठक गए
सोमवार की सुबह तड़के गोरई रोड पर बुद्धसेन पब्लिक स्कूल के निकट जंगल में एक बच्ची के रोने की चीखें सुनाई दी तो राहगीर अचानक ठिठक गए। खेतों में काम कर रहे लोगों का ध्यान भी इस ओर चला गया। पास जाकर देखा तो एक नवजात बच्ची तड़पती हुई रो रही थी। इसका नार भी नहीं कटा था। यह खबर क्षेत्र में जंगल में लगी आग की भांति फैल गई। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
अपनाने को आगे आए कई लोग
गांव मुमरेजा की सुखदेवी पत्नी सौदान सिंह ने बच्ची को गोद में लिया और उसका नार कटवाने के बाद उसे साफ किया। पुलिस ने पहले तो इस महिला द्वारा बच्ची को पालने का आग्रह करने पर उसके सुपुर्द कर दिया। महिला बच्ची को लेकर गांव चली गई। इस दौरान काफी लोग बच्ची को अपनाने के लिए आगे आने लगे। बाद में पुलिस ने बच्ची का सीएचसी में स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद अलीगढ़ के मोहनलाल गौतम हॉस्पीटल में भर्ती करा दिया है। कोतवाल रामेन्द्र शुक्ला ने बताया कि चाइल्ड केयर वालों को बच्ची मिलने की सूचना दी गई है। यदि तहरीर मिलती है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।
चर्चाओं का माहौल गर्म
नवजात बच्ची के मिलने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। बच्ची को जन्मदेने के बाद ऐसे फेंक देेने पर उस निर्दयी मां को भी लोग खूब कोस रहे हैं।