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नेहरू की विदेशी नीति का आज भी जलवा कायम

जिला व शहर कांग्रेस कमेटी ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि सादगी से मनाई।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Tue, 28 May 2019 05:48 PM (IST)Updated: Tue, 28 May 2019 06:38 PM (IST)
नेहरू की विदेशी नीति का आज भी जलवा कायम

हाथरस (जेएनएन)। जिला व शहर कांग्रेस कमेटी ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि सादगी से मनाई। सादाबाद गेट स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। सदस्यों ने पंडित नेहरू के आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। साथ ही कहा कि नेहरू की विदेश नीति का आज भी जलवा कायम है।

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नेहरू की थी विकास परख सोच
वक्ताओं ने कहा कि भारत देश की विश्व में जो साख है, वह नेहरू की विकासपरक सोच की ही देन है। कार्यक्रम में पीसीसी सदस्य अशोक कुमार गुप्ता, डॉ. मुकेश चंद्रा, रिषी कुमार कौशिक, बनी ङ्क्षसह पहलवान, संजीव आंधीवाल, सुरेश चंद्र शर्मा, रमेशचंद्र ब्रह्मïचारी, हरीशंकर शर्मा, कैलाश चंद्र, अवधेश वख्शी, रतन ङ्क्षसह दिवाकर, शिवकुमार आदि उपस्थित थे।  अध्यक्षता जिलाध्यक्ष करूणेश व संचालन योगेश कुमार ओके ने किया। मुख्य अतिथि प्रदेश सचिव ब्रह्रमदेश शर्मा भी मौजूद थे।

पूर्व प्रधानमंत्री को किया नमन
शहर कांग्रेस कमेटी ने कैंप कार्यालय श्री राधा कृष्ण कृपा भवन आगरा रोड पर पूर्व प्रधानमंत्री को नमन किया। शहर अध्यक्ष चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। अध्यक्षता नारायण प्रसाद पिप्पल व संचालन अमृत सिंह पोनिया ने किया। कार्यक्रम में राधेश्याम अग्निहोत्री, पन्नालाल डॉ. रमन गुप्ता एवं पीसीसी मेंबर अनुज कुमार संत, नवल नरूला, संजय कप्तान कपिल नरूला, गजेंद्र ङ्क्षसह, संतोष उपाध्याय, सत्यप्रकाश रंगीला, सुरजीत पंडित, भूरा पंडित, सलमा बेगम आदि मौजूद थे।

नेहरू की नीतियों ने बनाया कृषि व उद्योग का नया युग
सिकंदराराऊ में आधुनिक भारत के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि पर यशोदा भवन स्थित कार्यालय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें कांग्रेसियों ने नेहरू जी के छवि चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। अध्यक्षता नगर अध्यक्ष हसीन खान व संचालन युवा नेता निखिल वर्ती पाठक ने किया। जिला उपाध्यक्ष जहीरुद्दीन पीरजादा ने कहा कि 1947 में स्वतंत्र भारत के प्रधानमंत्री बनते ही पंडित नेहरू ने चुनौतियों का सामना किया। उस समय देश में 500 देसी रियासतें थीं और उस वक्त की सबसे बड़ी चुनौती थी उन्हें एक झंडे के नीचे लाना। उन्होंने भारत के पुनर्गठन के रास्ते में उभरी हर चुनौती का समझदारी से सामना किया।

आधुनिक भारत के निर्माण में निभाई अहम भूमिका
वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा कि नेहरू जी ने आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने योजना आयोग का गठन किया। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया और तीन लगातार पंचवर्षीय योजनाओं का शुभारंभ किया। उनकी नीतियों के कारण देश में कृषि और उद्योग का एक नया युग शुरू हुआ। इस दौरान जहीरूद्दीन पीरजादा, इश्तियाक अहमद सैफी एवं संतोष वाल्मीक को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में राशिद कुरैशी,  सिराज अहमद, निखिल वर्ती पाठक, आतिफ कुरैशी, आलोक यादव, बबलू जाटव, राकेश कुमार, हिमांशु उपाध्याय, समीर कुरैशी, साकिर वारसी, हर्ष मलोनिया, यतेंद्र शर्मा, राजेश कुमार, विष्णु ठाकुर, देवदत्त उपाध्याय आदि मौजूद थे।

नेहरू को किया याद
हसायन में कांग्रेसियों ने पंडित नेहरू को याद करके उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। वक्ताओं ने कहा कि पंडित नेहरू ने ही संविधान को धर्मनिरपेक्ष बनाया था। वहां पीसीसी सदस्य सरारुद्दीन कुरैशी, लखन बिहारी वाष्र्णेय, समसुद्दीन, सगीर अहमद, अशोक कुशवाहा, अशोक पाठक आदि मौजूद थे।

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