जब तक किसान आयोग का गठन नहीं हो जाता विरोध जारी रहेगा : प्रेमपाल चौहान
प्रेम पाल चौहान ने कहा कि 3 अक्टूबर को फिरोजाबाद के इमलिया कैंप कार्यालय पर प्रदेश स्तर की महापंचायत आयोजित की गई थी। जिसमें किसानों के समक्ष डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा व कृषि मंत्री वीरेंद्र शाही ने उपरोक्त तीनों मांगों को सरकार द्वारा मानने का आश्वासन दिया था
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। सरकार जब तक किसान आयोग का गठन नहीं करती है तब तक भारतीय किसान यूनियन भानु विरोध करती रहेगी। हमारी तीन प्रमुख मांगे हैं, जिसमें किसान आयोग के गठन के साथ विधायक व सांसद की तरह 60 वर्ष पूरे होने के बाद किसान व मजदूर को 10 हजार रूपये पेंशन जारी की जाए, ट्यूबवेल के बिजली के बिल पंजाब सरकार की तर्ज पर माफ किए जाएं। यह बातें भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय महासचिव प्रेमपाल सिंह चौहान ने छेरत स्थित अपने कैंप कार्यालय पर किसानों की पंचायत में कहीं।
डिप्टी सीएम के आश्वासन के बावजूद नहीं पूरी हुई मांगें
प्रेम पाल सिंह चौहान ने कहा कि 3 अक्टूबर को फिरोजाबाद के इमलिया कैंप कार्यालय पर प्रदेश स्तर की महापंचायत आयोजित की गई थी। जिसमें प्रदेश के सभी किसानों के समक्ष डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा व कृषि मंत्री वीरेंद्र शाही ने उपरोक्त तीनों मांगों को सरकार द्वारा मानने का आश्वासन दिया था लेकिन इनमें से आज तक एक भी मांग नहीं मानी गई। सरकार चाहे जिस पार्टी की हो भारतीय किसान यूनियन भानु अपनी उपरोक्त मांगों को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन तब तक करती रहेगी जब तक उनकी मांगें मंजूर नहीं हो जाती।भानु गुट के प्रदेश अध्यक्ष धीरज वर्मा ने कहा कि किसानों की लागत महंगी व उत्पादन सस्ता है, जिस कारण किसान निरंतर कर्ज में डूबता जा रहा है। सरकार ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया है।
तत्काल किसान आयोग का गठन हो
उन्होंने सरकार से किसान आयोग के गठन की मांग करते हुए कहा कि सरकार को तत्काल किसान आयोग का गठन करना चाहिए जिसमें अधिकारी व पदाधिकारी भी किसान ही होने चाहिए जो सरकार में रहकर किसानों की परेशानी दूर कर सकें। इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख अन्य किसानों में ठाकुर मुनेश पाल सिंह, कुंवर कुलदीप चौहान, बख्तावर खान, भंवर पाल सिंह, सुभाष शर्मा, अजय बघेल सहित दर्जनों किसान उपस्थित थे।