मुहर्रम : मातम के साथ ताजिये सुपुर्द-ए खाक, अजादारों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब
एएमयू स्थित इमामबाड़ा बेतुस सलात में सुबह आठ बजे यौमे आशूरा पर विशेष प्रार्थना हुई। नौ बजे मजलिस की शुरुआत जलाल हसन असकरी की ओर से तिलावत ए कुरान से हुई।
अलीगढ़ (जेएनएन)। सर कटा सकते हैं लेकिन यजीद के सामने झुका नहीं सकते। अमन व इंसाफ कायम रखने के लिए करबला को याद रखना जरूरी है। हुसैन के चाहने वालों कुर्बानी को बेकार मत जाने देना। मुहर्रम के अवसर पर इन्हीं संदेशों व हुसैनियत जिंदाबाद, यजीदियत जिंदाबाद के नारे के साथ अजादारों ने इमाम हुसैन को याद करते हुए ताजियों को करबला में सुपुर्द-ए खाक किया गया। रास्ते में छुरी और सीना जनी से अजादारों का मातम हैरतअंगेज रहा। सीने पर ईंट तुड़वाना भी देखने लायक रहा। ताजियों के रास्ते में सामाजिक संगठनों ने सबील लगाकर ताजियेदारों को शर्बत पिलाया। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह पुलिस, पीएसी व आरएफ के जवान लगाए गए थे। सफाई व पेयजल व्यवस्था के लिए नगर निगम की टीम लगी रहीं। जुलूस के दौरान रिमझिम बारिश होती रही।
एएमयू में यौमे आशूरा पर हुई विशेष प्रार्थना
एएमयू स्थित इमामबाड़ा बेतुस सलात में सुबह आठ बजे यौमे आशूरा पर विशेष प्रार्थना हुई। नौ बजे मजलिस की शुरुआत जलाल हसन असकरी की ओर से तिलावत ए कुरान से हुई। यामिन रजा शिकारपुरी ने मर्सिया पढ़ा। मौलाना सादिक अब्बास रिजवी ने तकरीर में आज के दिन की अहमियत बताते हुए कहा कि इमाम हुसैन ने दीन व इंसानियत के लिए अपने 72 साथियों के साथ करबला के मैदान में सिर कटा दिया लेकिन यजीद के सामने सिर नहीं झुकाया। यहां ताजिये जुलूस के रूप में शमशाद मार्केट पहुंचे।
इमाम हुसैन ने दिया भाईचारा का संदेश
यहां पर डॉ. अली अमीर ने तकरीर देते हुए कहा कि इमाम हुसैन ने भाईचारा व अमन व शांति का संदेश दिया। तकरीर के बाद अजादारों ने छुरी और सीनाजनी कर मातम मनाया। जुलूस के रूप में जेल रोड पुल होते हुए नुमाइश मैदान पहुंचे। यहां पर नमाज हुई। मौलाना सादिक अब्बास रिजवी ने नमाज पढ़वाई। नमाज के बाद सभी जुलूस के रूप में तहसील के सामने होते हुए पहुंचे। रास्ते में ऊपरकोट सैयद बाड़ा, घास की मंडी, जामा मस्जिद देहलीगेट से आने वाला जुलूस भी शामिल हुआ।
300 ताजिए करबला पहुंचे
यहां पर डॉ. वसी जाफरी ने तकरीर करते हुए कहा कि इमाम हुसैन को भाईचारा व इंसानियत के लिए हमेशा याद किया जाता रहेगा। इसके बाद 300 ताजिये करबला पहुंचे। यहां मातमी माहौल में सुपुर्द ए खाक किए गए।
महापौर ने पिलाया सबको शर्बत
जुलूस में महापौर मो. फुरकान ने अपने आवास पर सबील लगाकर शर्बत पिलाया। परचम पार्टी ऑफ इंडिया के अलावा अन्य संगठनों ने शर्बत और खाने की सामग्र्री बांटी। रास्ते में दो एंबुलेंस के अलावा करबला से अजादारों की वापसी के लिए बसों का इंतजाम किया गया था। करबला के मुतवल्ली सैयद मुख्तार जैदी व अंजुमन तंजीमुल अजा के सचिव नादिर अब्बास ने प्रशासन, पुलिस व नगर निगम के सहयोग की सराहना की। इस दौरान एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव, सीओ संजीव दीक्षित के अलावा के नगर निगम की ओर से मुख्य कर निर्धारण अधिकारी वीके राय व जोनल ऑफिसर अजीत राय मौजूद रहे।
मुहर्रम पर दौड़ते रहे नगर निगम के अफसर
मुहर्रम को लेकर नगर आयुक्त सत्यप्रकाश पटेल ने ताजिये के रूटों का निरीक्षण किया। कहा कि व्यवस्थाओं को चुनौती के रूप में लिया गया। मोहर्रम पर नगर निगम ने 12 पानी के टैंकर 4 सीवर जेटिंग मशीन, तीन स्काई लिफ्ट मशीन 12 ट्रैक्टर ट्रॉली, 256 सफाई कर्मचारियों की टीमों को पूरे जुलूस के साथ मुस्तैद रखा। उन्होंने कहा मोहर्रम के बाद उनकी अगली प्राथमिकता श्री राम लीला महोत्सव का सफल आयोजन।
यहां से भी निकला जुलूस
मोहम्मद शफी आलम निजामी उर्फ कंबल वाले बाबा सच्जादे नसीन बावा रफ निजामी के नेतृत्व में ताजिया व आलिया का जुलूस कुरेशियान से होकर निकला। ये ख्वाजा चौक के रास्ते तुर्कमान गेट होते हुए ऊपरकोट, शाहजमाल ईदगाह करबला पहुंचा। इस मौके पर जैनुद्ुदीन बाबा का ताजिया रहा। सच्जादे नसीन ने इमाम हुसैन के बारे में बताया। जुलूस में शामिल अब्बा खलील, असल भाई, मोहम्मद हनीफ निजामी, मो. जफ र आलम निजामी, मो. घोष आलम निजामी, मो. दिलशाद निजामी, हाजी सगीर पत्ती वाले, हाजी सगीर, सईद निसार, मामा शकील, हाजी फरीद कुरैशी, अतीक कुरैशी आदि ने भाग लिया।
इन्होंने जुलूस में भाग लिया
मौलाना आजाद नगर, शहंशाबाद ,केलानगर व जीवनगढ़ में जुलूस निकाला गया और ताजिए सुपुर्द ए खाक किए गए। इसमें सपा के प्रदेश सचिव सलमान शाहिद व पार्षद नासिर अली चांद आदि ने भाग लिया। लोक जनशक्ति पार्टी श्रमिक प्रकोष्ठ की ओर से एक शिविर खैर रोड पर लगाया गया। इसमें शर्बत पिलाया गया। इस दौरान लोजपा के जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्र जाटव व प्रदेश महासचिव राजेश कपूर मौजूद रहे।