Maha Shivaratri 2020: हर-हर महादेव, शिवालयों पर उमड़ा आस्था का सैलाब Aligarh News
महाशिवरात्रि पर शहर जलाभिषेक के साथ शिवालय हर-हर बम-बम के जयकारों से गूंज उठा।मंदिर में जल चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
अलीगढ़ [जेएनएन]: महाशिवरात्रि पर शहर जलाभिषेक के साथ शिवालय हर-हर, बम-बम के जयकारों से गूंज उठा। खेरेश्वरधाम मंदिर, अचलेश्वरधाम और जयगंज स्थित मंगलेश्वरधाम मंदिर में जल चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सबसे पहले कांवडिय़ों ने भगवान भोलेनाथ के दर्शन किए। गंगाजल के साथ बेलपत्र, धतूरा, दूब और दूध से भगवान शिव का पूजन किया गया। जय भोले के जयकारे गूंजते रहे। श्रद्धा के इस अथाह सैलाब में अटूट भक्ति देखने को मिली।
खेरेश्वर पर रही विशेष सुविधा
लोधा क्षेत्र में अलीगढ़-पलवल मार्ग पर शाम सात बजे ही कांवडिय़ों की लंबी कतार लगने लगी थी। यहां कांवड़ के लिए विशेष सुविधा की गई थी। कांवडिय़ों का जलाभिषेक शुरू हो गया। हर-हर, बम-बम के गूंज से कांवडिय़ों का जत्था आगे बढ़ता गया। रात एक बजे तक अथाह सैलाब दिखाई दे रहा था। मंदिर समिति के अध्यक्ष ठा. सत्यपाल सिंह कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद थे। अचलताल स्थित अचलेश्वरधाम मंदिर में भी रात आठ बजे से लंबी कतार लग गई थी। जयकारों के साथ श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। कांवडिय़ों की भक्ति देखते ही बनती थी। जयगंज स्थित मंगलेश्वरधाम मंदिर में भी भक्तों ने बड़ी संख्या में जल और दूध अर्पित किया। मंदिर के प्रवक्ता अभिषेक वाष्र्णेय ने बताया कि पूरी टीम रात में कांवडिय़ों की सेवा के लिए मुस्तैद रही।
भक्ति और आस्था का दिखा अथाह संगम
महाशिवरात्रि पर्व पर गुरुवार को आस्था का अथाह संगम दिखाई दिया। कांवडिय़ों की सेवा के लिए तो मानों पूरा शहर उमड़ पड़ा हो। रामघाट रोड पर कदम-कदम पर शिविर लगाए गए थे। शिविर में कांवडिय़ों की सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा गया था। प्रसाद, विश्राम के साथ ही चिकित्सा की भी व्यवस्था थी। हर कोई सेवा करके आशीर्वाद पाना चाह रहा था।
श्रद्धालुओं ने रात से शुरू किया व्रत
रामघाट रोड पर तालानगरी से लेकर मीनाक्षी पुल तक कांवडिय़ों के लिए शिविर लगाया गया था। ओम श्री अमरनाथ सेवा मंडल, अलीगढ़ की ओर से मीनाक्षी पुल के पास शिविर लगाया। मिठाई, ढोकला, भेलपुरी आदि की व्यवस्था की गई थी। पंकज वाष्र्णेय ने बताया कि रात 12 बजे से व्रत के लिए फलाहार की शुरुआत होगी। गणेश वाष्र्णेय, मुकेश शिवम, दीपक वारदाना, सुनील राजदरबार आदि थे। किशनपुर तिराहे पर डॉ. नागेश वाष्र्णेय ने शिविर लगाया था। डॉ. विभव वाष्र्णेय ने अपने अस्पताल के सामने शिविर लगाया।
श्रीराम मंदिर का दिखा मॉडल
कांवडिय़ों के जत्थे में भव्य झांकी भी देखने को मिली। सासनी के शिव भक्तों ने श्रीराम मंदिर का मॉडल झांकी के रूप में बनाया था। साथ ही शिवलिंग, मंदिर आदि के साथ भव्य झांकी देखने को मिली।