शहर में लॉक्स का बड़ा नाम, बड़े भी बच्चों संग कर रहे काम Aligarh news
कोणार्क लॉक के मलिक बीडी गुप्ता नाती-नातिन के साथ बिता रहे वक्त।
अलीगढ़ [जेएनएन] कोणार्क लॉक के मालिक बीडी गुप्ता की लॉकडाउन के बाद से दिनचर्या बदली हुई है। इस वक्त घर में बच्चों के साथ ज्यादा समय दे रहे हैं। सुबह योगा व व्यायाम से दिनचर्या शुरू होती है। नोएडा में इंजीनियङ्क्षरग कर रहे दोनों नाती व डीपीएस में पढ़ रही नातिन घर घर पर ही हैं। सासनीगेट निवासी बीडी गुप्ता (70) की तीन कंपनियां जितेंद्र उद्योग, कोणार्क लॉक्स प्राइवेट लिमिटेड व कोणार्क मेटल प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड हैैं। बड़े बेटे जितेंद्र गुप्ता जिंदगी के हमसफर सारथी नहीं हुए। युवा अवस्था में ही उनका निधन होने से गुप्ता की पारिवारिक जिम्मेदारियां और बढ़ गईं। छोटे बेटे मनोज गुप्ता कारोबार में पूरा सहयोग कर रहे हैं।
गुप्ता सुबह 5:30 बजे जागते हैं। सुबह का टहलना इन दिनों बंद है। घर की छत पर ही व्यायाम होता है। चाय के बाद अखबार पढ़ते हैं। तब तक नातिन आसी व नाती वैभव जग जाते हैं।
सभी मिलकर तैयार करते हैं नाश्ता
सामान्य दिनों की तरह उन्हें जल्दबाजी नहीं होती। सभी फैक्ट्रियों के कर्मचारियों से मोबाइल पर बात करते हुए पत्नी ऊषा रानी और बच्चों के साथ किचन में जुट जाते हैं, नाश्ता तैयार करते हैं। निकट ही दूसरे मकान से बड़े बेटे का पुत्र अर्जित भी आ जाता है। फिर चलता है कहानी किस्सों का सिलसिला। सुबह टीवी पर धारावाहिक रामायण सभी देखते हैं। दोपहर एक बजे गुप्ता घर के नीचे ऑफिस में मनोज गुप्ता के साथ फैक्ट्री मजदूरों के एडवांस वेतन व अन्य सुविधाओं को जुटाने में लग जाते हैं। पुत्रवधू दीपा वाष्र्णेय, सपना वाष्र्णेय व घर के अन्य सदस्यों के साथ दोपहर का भोजन किया जाता है। अकराबाद के मूल निवासी गुप्ता कहते हैं कि इमरजेंसी का दौर देखा, दंगे झेले है, मगर ऐसी बीमारी नहीं देखी थी। कहते हैैं, जल्द ही सब के सहयोग से फिर अच्छे दिन आएंगे।