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Lockdown 2: सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर लगा प्रतिबंध, बलगम कम करने को खाएं ये सब Alligarh news

कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में चिंता उन लोगों की बढ़ गई जो थूकने के आदी हैं।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Fri, 17 Apr 2020 01:55 PM (IST)Updated: Fri, 17 Apr 2020 01:55 PM (IST)
Lockdown 2: सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर लगा प्रतिबंध, बलगम कम करने को खाएं ये सब Alligarh news
Lockdown 2: सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर लगा प्रतिबंध, बलगम कम करने को खाएं ये सब Alligarh news

अलीगढ़[जेएनएन]: कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में चिंता उन लोगों की बढ़ गई जो थूकने के आदी हैं। ऐसे लोगों के लिए चिकित्सकों की राय है, वह मुलेठी और लौंग का इस्तेमाल करें। इससे बलगम कम आएगा, मुंह में ताजगी भी बनी रहेगी।

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थूकने पर संक्रमण का खतरा

एएमयू के तिब्बिया कॉलेज के हकीम प्रो. नईम अहमद खां ने बताया कि टीबी, दमा, सांस के रोगियों के सार्वजनिक जगहों पर थूकने से संक्रमण का खतरा रहता है। ऐसे लोगों को खुले में थूकना भी नहीं चाहिए। वायरस के संक्रमण को देखते हुए सरकार ने यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसका सभी को पालन करना चाहिए। वैसे मुलेठी और लौंग को चबाने से बलगम को कम किया जा सकता है। सर्दी, जुकाम, नजला में भी यह कारगर है। इससे गले में हिचकिच के चलते होने वाली खुश्की ठीक होती है। बलगम भी कम आता है।

रात में गर्म पानी के साथ एक चम्मच

वैद्य गोपाल शरण शर्मा का कहना है कि बलगम के निगलने से कोई नुकसान नहीं होता। 100 ग्राम हल्दी, 50 ग्राम सौंठ, 50 ग्राम काली मिर्च का पाउडर बना कर रख लें। रात में सोते समय एक चम्मच गर्म पानी के साथ लेने से बलगम से निजात ली जा सकती है।

बलगम निगलने से नुकसान नहीं 

जेएन मेडिकल कॉलेज के टीबी एंड चेस्ट डिजीजेज डिपार्टमेंट के चेयरमैन प्रो. राकेश भार्गव ने बताया कि बलगम को डस्टबिन या डिस्पोजेबल बैग में थूकना चाहिए, जिससे बाद में नष्ट किया जा सके। इसके निगलने में भी कोई नुकसान नहीं हैं। पेट में बनने वाली एसिड से इसका पाचन हो जाता है।

मुलेठी के लाभ

यह एंटी ऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, प्रोटीन, वसा, कैल्शियम, ग्लिसराइजिक एसिड के गुणों से भरपूर होती है। इसका इस्तेमाल घाव के उपचार, दमा, आंखें, मुंह, और गले के रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। मुलेठी में विटामिन बी और विटामिन ई भरपूर मात्रा में होता है। यह फास्फोरस, कैल्शियम, कोलीन, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सिलिकॉन और जिंक का भी अच्छा स्रोत है। सांस संबंधी बीमारियों, पाचन रोगों, सर्दी खांसी, कफ और यूरिन इंफेक्शन की समस्या को दूर करने में लाभदायक है।

लौंग के फायदे

लौंग में एंटीबैक्टीरियल, एंटीइंफ्लेमेंटरी, एंटीफंगल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं। सर्दी और खांसी जैसी आम समस्या के निवारण के लिए लौंग एक कारगर घरेलू नुस्खा है।


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