Live Aligarh Coronavirus Lockdown 4 News : पश्चिम बंगाल जा रहे AMU छात्रों को स्लीपर की जगह जनरल बोगी में बैठाया, खाना-पानी को तरसे Aligarh News
कोरोना वायरस को लेकर देशभर में चल रहे लॉकडाउन 4 की वजह से पश्चिम बंगाल अपने घर जा रहे एएमयू छात्र अव्यवस्थाओं के शिकार हो गए।
अलीगढ़ जेएनएन। कोरोना वायरस को लेकर देशभर में चल रहे लॉकडाउन 4 की वजह से पश्चिम बंगाल अपने घर जा रहे एएमयू छात्र अव्यवस्थाओं के शिकार हो गए। ममता सरकार द्वारा की गई ट्रेन की लचर व्यवस्था के चलते एएमयू छात्रों को स्लीपर की जगह जनरल बोगी में बैठना पड़ गया। खास बात यह रही मथुरा से पश्चिम बंगाल के लिए सवार हुए एएमयू छात्रों को खाना-पानी तक नहीं मिला। ट्रेन में सवार छात्रों ने एएमयू इंतजामियां तक अपनी बात पहुंचाई और गुस्से का इजहार किया। इसके बाद एएमयू कुलपति व रजिस्ट्रार ने डीआरएम से बात की। डीआरएम ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन को बिलासपुर में रुकवा कर छात्रों को खाना व पानी इंतजाम कराया है।
एएमयू छात्रों के लिए निर्धारित पांच बोगी
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में बड़ी तादात में पश्चिम बंगाल के छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। लॉकडाउन 4 की वजह से छात्र-छात्राएं घर नहीं जा पा रहे थे। समस्या को ध्यान में रखते हुए पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन का इंतजाम किया। इसमें पांच बोगी एएमयू छात्रों के लिए निर्धारित की गईं थी। एएमयू इंतजामिया के अनुसार 210 छात्र-छात्राओं को पूरे इंताजाम के साथ अलीगढ़ से बस द्वारा मथुरा भेजा। मथुरा से इन्हें श्रमिक स्पेशल ट्रेन पकडऩी थी, लेकिन स्टेशन पर ही अव्यवस्था मिली। छात्र-छात्राओं को स्लीपर की जगह जनरल कोच में बैठा दिया गया। इसके चलते 140 विद्यार्थी ट्रेन में सवार हुए जबकि 70 विद्यार्थी मथुरा से ही वापस आ गए।
ट्रेन में नहीं मिला खाना और पेयजल
अहम बात यह रही कि ट्रेन में सवार छात्र-छात्राओं को खाना पानी तक नहीं मिला। इससे परेशान छात्रों ने फोन से कैंपस में मौजूद छात्रों से संपर्क किया और पीड़ा बताई। इसके बाद एएमयू कुलपति प्रो. तारिक मंसूर व रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने डीआरएम से बात कर बिलासपुर में ट्रेन रुकवाकर खाना व पेयजल की व्यवस्था कराई।
पश्चिम बंगाल सरकार की थी व्यवस्था
इस संबंध में एएमयू के प्रवक्ता प्रोफसर शाफे किदवई का कहना है कि उन्होंने पूरा इंतजाम करके भेजा था। क्योंकि ट्रेन पश्चिम बंगाल सरकार ने बुक कराई थी। इसलिए व्यवस्था भी उनकी थी।