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अलीगढ़ की 110 पंचायतों में शुरू हुए पुस्तकालय, युवा कर रहे पढ़ाई Aligarh news

जिले की 110 पंचायतों में पुस्ताकलय शुरू हो गए हैं। पंचायती राज विभाग की पहल पर इन पुस्तकालयों की शुरुआत हुई है। इनके माध्यम से हजारों छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। पंचायत भवनों में ही इन पुस्तकालयों का संचालन हो रहा है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Sun, 12 Sep 2021 04:19 PM (IST)Updated: Sun, 12 Sep 2021 04:50 PM (IST)
अलीगढ़ की 110 पंचायतों में शुरू हुए पुस्तकालय, युवा कर रहे पढ़ाई Aligarh news
जिले की 110 पंचायतों में पुस्ताकलय शुरू हो गए हैं।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता ।  जिले की 110 पंचायतों में पुस्ताकलय शुरू हो गए हैं। पंचायती राज विभाग की पहल पर इन पुस्तकालयों की शुरुआत हुई है। इनके माध्यम से हजारों छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। पंचायत भवनों में ही इन पुस्तकालयों का संचालन हो रहा है। वहीं, जिले में इन पंचायतों के लिए बुक डोनेशन अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से किताबें एकत्रित की जा रही हैं। गांव देहात के आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को इसका सबसे अधिक फायदा मिल रहा है।

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अभी तक शहरों पर आश्रित रहतेे थे युवा 

जिले में कुल 867 ग्राम पंचायतें हैं। अब तक इन पंचायतों के छात्रों को पढ़ाई के लिए शहर आना पड़ता है। कई बार गांव से शहर आने में ही पूरा दिन निकल जाता है। गांव में पढ़ने लिखने की कोई सुविधा नहीं है। इसके चलते युवाओं को काफी परेशानी होती है। ऐसे में पंचायती राज विभाग ने युवाओं की इस समस्या को खत्म करने के लिए नई पहल शुरू की है। अब हर पंचायत में सरकारी जमीनों पर पुस्तकालय विकसित किए जाएंगे। पहले चरण में जिले की 400 पंचायतों में पुस्तकालय विकसित करने का फैसला हुआ है। ग्राम निधि के बजट से इनकी स्थापना हो रही है। इन पुस्तकालयों में पढ़ाई की किताबें व अखबार मिलते हैं। जिले में अब करीब 110 से अधिक पंचायतों में पुस्तकालयों की शुरुआत हो चुकी है।

14वें वित्‍त की धनरािश से खोले जा रहे पुस्‍तकालय

जिला पंचायत राज अधिकारी धनंजय जायसवाल ने बताया कि ग्राम निधि में उपलब्ध राज्य वित्त या 14वें वित्त की धनराशि से पंचायत भवनों का जीर्णोद्घार कर पुस्तकालय खोले जा रहे हैं। इनमें ग्रामीण क्षेत्र की युवाओं की दिलचस्पी के आधार पर प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़ी पुस्तकें, समाचार पत्र व साहित्य से जुड़ी किताबें रखी जा रही हैं। पुस्तकालयों को बुक एकत्रित करने के लिए स्वयं सेवी संस्थाएं सहयोग कर रही हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही 400 पुस्तकालयों का लक्ष्य भी पूरा कर लिया जाएगा।


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