खुद का फंड छोड़ दो साल पहले ही ले ली स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति, नोटिस Aligarh news
चतुर्थश्रेणी कर्मचारी ने करीब दो साल पहले ही प्रार्थनापत्र देकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। उसके फंड अकाउंट में करीब चार से पांच लाख रुपये की राशि भी छोड़ दी।
अलीगढ़, जेएनएन। टप्पल के सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक जगदीश प्रसाद के जीपीएफ अकाउंट से 34 लाख रुपये का घोटाला करने के प्रकरण में नया ही मामला सामने आया है। शक की सुई शुरू से ही चतुर्थश्रेणी कर्मी शंकरलाल व बाबू पर घूम रही है। जांच टीम का भी कहना है कि इन दोनों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है। इस शक को यकीन मेें बदलने वाला वाकया सामने आया है। चतुर्थश्रेणी कर्मचारी ने करीब दो साल पहले ही प्रार्थनापत्र देकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। उसके फंड अकाउंट में करीब चार से पांच लाख रुपये की राशि भी छोड़ दी।
दैनिक जागरण टीम ने जब जांच टीम सदस्यों से इस संबंध मेें जानना चाहा तो इसकी पुष्टि भी हुई। जांच टीम के सदस्य अश्विनी कुमार पांडेय ने बताया कि इस संबंध में जानकारी हुई है कि चतुर्थश्रेणी कर्मी ने करीब दो साल पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली है। फंड की राशि निकालने के लिए उनको पासबुक के साथ बुलाया भी गया। मगर आज तक वो अपना फंड लेने भी नहीं आए।
शंकर की पेशी के लिए नोटिस जारी
शंकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने व प्रकरण खुलने के बाद से जांच टीम के फोन को रिसीव नहीं कर रहा। जांच पूरी करने के लिए उसका पक्ष जानने के लिए उसको बुलाया जा रहा है। अश्विनी कुमार पांडेय ने बताया कि, शुक्रवार को ही शंकर के नाम रजिस्टर्ड नोटिस उसके पते पर भेजा गया है। उसको बयान दर्ज कराने को बुलाया गया है।
कानूनी कार्रवाई होगी
अनिल कुमार यादव, वित्त एवं लेखाधिकारी का कहना है कि प्रकरण से जुड़े जिस विभागीय कर्मचारी को जांच टीम बुलाएगी उनको पेश होना पड़ेगा। शंकर को नोटिस भेजा है, नहीं पेश होते तो कानूनी कार्रवाई होगी, पुलिस उनको लेकर आएगी।