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शराब माफिया ऋषि पत्नी पूर्व ब्लाक प्रमुख रेनू की देररात मौत, Aligarh jail में बिगड़ी थी तबीयत, BJP MLA ने कहा कुछ ऐसा

उत्‍तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में जहरीली शराब प्रकरण के मुख्य आरोपित ऋषि शर्मा की पत्नी पूर्व ब्लाक प्रमुख रेनू शर्मा की शुक्रवार देररात मौत हो गई। रेनू शराब प्रकरण के एक मुकदमे में जिला कारागार में बंद थीं। लंबे समय से वह बीमार चल रही थीं।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 09:25 AM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 09:25 AM (IST)
देररात लोगों ने हंगामा भी किया। आरोप था कि जमानत होने के बाद भी रेनू की रिहाई नहीं की गई।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। उत्‍तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में जहरीली शराब प्रकरण के मुख्य आरोपित ऋषि शर्मा की पत्नी पूर्व ब्लाक प्रमुख रेनू शर्मा की शुक्रवार देररात मौत हो गई। रेनू शराब प्रकरण के एक मुकदमे में जिला कारागार में बंद थीं। लंबे समय से वह बीमार चल रही थीं। इसी आधार पर हाईकोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी मंजूर की थी। जमानतियों के सत्यापन जारी थी। जल्द ही रेनू की रिहाई होने वाली थी। लेकिन, देररात तबीयत बिगड़ने के चलते उन्हें जेल से जेएन मेडिकल कालेज ले जाया गया, जहां मौत हो गई। देररात लोगों ने हंगामा भी किया। आरोप था कि जमानत होने के बाद भी रेनू की रिहाई नहीं की गई। शनिवार सुबह भाजपा विधायक दलवीर सिंह जेनए मेडिकल पहुंच गए। साथ ही रेनू के पति व बेटे को पैरोल पर छोड़ने की मांग। इसके अलावा विनय भारद्धाज ने अपनी मां के अंतिम संस्‍कार के लिए पिता ऋषि शर्मा व भाई कुनाल शर्मा को पेरोल पर छोड़ने की मांग डीएम व एसएसपी से की है।

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यह है मामला

जहरीली शराब के चलते लोधा क्षेत्र के करसुआ में 28 मई से मौतों का सिलसिला शुरू हुआ था। अगले ही दिन खैर, लोधा, जवां थाना क्षेत्र के भी अलग-अगल कई गांव से भी मौतों के मामले सामने आए। चार पांच दिनों में जिलेभर में करीब 104 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने प्रकरण को लेकर खैर, लोधा, पिसावा, गभाना, जवां, महुआखेड़ा, क्वार्सी थानों में 33 मुकदमे दर्ज किए थे। इसमें जवां थाना में दर्ज हुए मुकदमे में माफिया ऋषि, मुनीष के अलावा रेनू शर्मा आदि नामजद थे। इधर, जेल में रेनू शर्मा की तबीयत खराब होने लगी। बीते दिनों एडीजे नौ की अदालत में रेनू पर आरोप तय किए गए। तब भी उन्हें जेएन मेडिकल कालेज से एंबुलेंस से अदालत लाया गया था। इसी आधार पर हाईकोर्ट में जमानत अर्जी दायर की गई थी। इसमें रेनू को नेफ्रिटिक (गुर्दे की बीमारी), कार्डियक (दिल), न्यूरोलाजिकल व डायबिटिक मेलोटिस से पीड़ित बताया गया था। इस पर हाईकोर्ट ने जमानत अर्जी मंजूर की थी। इसके बाद साजिश की धारा शेष रह गई थी, जो स्थानीय अदालत ने मंजूर कर ली। फिलहाल जमानतियों के सत्यापन हो रहा था। जल्द ही रेनू की रिहाई होने वाली थी। लेकिन, देररात करीब 12 बजे रेनू की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें मेडिकल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। रेनू की मौत की सूचना पर लोगों का इकट्ठा होना शुरू हो गया। इसके बाद लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय मौके पर पहुंच गए और लोगों को शांत किया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने रेनू की मौत की पुष्टि की है।

एक दिन पहले ही मेडिकल से लाए थे

जेल प्रशासन के मुताबिक, जेल में दाखिल होने से पहले से ही वह बीमार थीं। दवा चल रही थी। जेल में दाखिल होने के बाद जेएन मेडिकल कालेज में उपचार चला। यहां दो बार भर्ती रहीं। गुरुवार सुबह ही मेडिकल से डिस्चार्ज होकर आई थीं।


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