अलीगढ़ के इगलास विधानसभा क्षेत्र के लिए नामांकन का आज अंतिम दिन, शक्ति प्रदर्शन में जुटे राजनीतिक दल aligarh news
राजनीतिक दलों के लोगों का सुबह से ही जमघट लगा रहा। जुलूस के रूप में नामांकन करने पहुंचे राजनीतिक दलों के लोगों का जोश देखते ही बन रहा था।
अलीगढ़ (जेएनएन)। इगलास विधानसभा उपचुनाव के लिए सोमवार नामांकन का आखिरी दिन है। इसके चलते कलेक्ट्रेट पर सुरक्षा के खासे इंतजाम किए गए हैं। राजनीतिक दलों के लोगों का सुबह से ही जमघट लगा रहा। जुलूस के रूप में नामांकन करने पहुंचे राजनीतिक दलों के लोगों का जोश देखते ही बन रहा था। इस दौरान जाम न लगे, इस पर पुलिस ने खास ध्यान रखा। चौराहों और तिराहों पर पुलिस तैनात की गई। भाजपा प्रत्याशी राजकुमार सहयोगी को नामांकन पत्र दाखिल कराने के लिए गन्ना मंत्री सुरेश राणा अलीगढ़ आए हुए हैं।
भाजपा व रालोद प्रत्याशी पर्चा दाखिल करेंगे
आज भाजपा व रालोद प्रत्याशी पर्चा दाखिल करेंगे। सपा ने रालोद को समर्थन देने का एलान किया है। कलक्ट्रेट स्थित डीएम कोर्ट में 23 सितंबर से नामांकन प्रक्रिया चल रही है। अभी तक कांग्रेस प्रत्याशी उमेश कुमार तथा बसपा प्रत्याशी अभय कुमार बंटी ने ही पर्चा भरा है। दो निर्दलीय भी नामांकन कर चुके हैैं। 30 सितंबर नामांकन का अंतिम दिन है। आखिरी दिन भाजपा व रालोद नहीं के प्रत्याशी नामांकन करेंगे। कुछ निर्दलीय भी कर सकते हैैं। नामांकन की प्रक्रिया सुबह 10 से शाम चार बजे तक चलेगी। जांच एक अक्टूबर व नाम वापसी तीन अक्टूबर तक होगी। 21 अक्टूबर को मतदान व 24 को मतगणना होगी।
धनगर समाज के प्रत्याशी पर दांव से पीछे हटा रालोद
रालोद ने 48 घंटे के अंदर इगलास विधानसभा उप चुनाव का प्रत्याशी बदल दिया। धनगर समाज से ताल्लुक रखने वाले मुकेश धनगर के जाति प्रमाणपत्र को लेकर संशय था। इसी पर शीर्ष नेतृत्व पीछे हट गया और उनके स्थान पर जिला पंचायत सदस्य सुमन दिवाकर को प्रत्याशी घोषित कर दिया। प्रत्याशी का फीड बैक लेने के लिए प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद व प्रवक्ता जावेद अहमद यहां डेरा डाले रहे थे। धनगर समाज का जिले में कोई भी परिवार न होने का तहसीलदार से प्रमाणित पत्र भी शीर्ष नेतृत्व को भेजा गया। कहा गया कि मुकेश पर दांव लगाया तो नामांकन रद हो सकता है। बताया गया हैकि क्षेत्र की जनता में भी प्रत्याशी चयन को लेकर नाराजगी थीं। सपा से गठबंधन को लेकर स्थानीय नेता सुमन दिवाकर को लेकर संतुष्ट थे। सुमन के पति तोछीगढ़ के ग्राम प्रधान थे। दो साल पहले सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई थी। फिर भी सुमन सामाजिक स्तर पर सक्रिय रही। एमए शिक्षित सुमन ने शीर्ष नेतृत्व का आभार जताया।