जानिए,अलीगढ़ में एक चूहे ने कैसे गिरा दिया 250 मेगावाट बिजली का उत्पादन?
छह घंटे बंद रही हरदुआगंज तापीय विद्युत परियोजना की एक यूनिट।
अलीगढ़ : हरदुआगंज तापीय विद्युत परियोजना (कासिमपुर पावर हाउस) में एक चूहा अधिकारियों के लिए मुसीबत बन गया। सिर्फ एक चूहे ने परियोजना की एक यूनिट बंद करा दी। शनिवार की सुबह 7:38 बजे प्रोडक्शन हाउस में चूहा घुसने से यूनिट संख्या आठ चलते-चलते अचानक बंद हो गई। छह घंटे इंजीनियरों की टीम जुटी, तब जाकर मरे हुए चूहे को बाहर निकालकर यूनिट को चालू किया जा सका। यूनिट बंद होने से उत्पादन 250 मेगावाट गिर गया।
सालाना करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी पावर हाउस की यूनिटें आए दिन तकनीकी कमी के चलते बंद हो जाती हैं। मौजूदा समय में तीनों यूनिट चल रही हैं, जिनमें 595 मेगावाट उत्पादन हो रहा है। बताते चलें कि पावर हाउस की किसी भी यूनिट को एक बार लाइटअप करने में लाखों रुपये का ईंधन खर्च होता है। यूनिट में आई तकनीकी खराबी को दूर करने में इंजीनियरों की टीम और ठेकेदारों को छह घटे लगे। मरे हुए चूहे को बाहर निकालने के बाद ही यूनिट को दुरुस्त हो सकी। इस अवधि में परियोजना की सात व नौ नंबर यूनिट से ही उत्पादन होता रहा। इससे पहले 120 मेगावाट उत्पादन वाली सात नंबर यूनिट ब्वॉयलर ट्यूब लीकेज की वजह से दो दिन से बंद थी। उसे भी शुक्रवार रात चालू कर दिया गया था।
परियोजना में तीनों यूनिटों से विद्युत उत्पादन शुरू हो गया है, जिसमें सात नंबर यूनिट से 110 मेगावाट, आठ से 240 मेगावाट व नौ से 245 मेगावाट बिजली बन रही है। महाप्रबंधक आरके वाही ने बताया कि मशीन में कुछ समस्या आ गई थी। इस कारण उत्पादन प्रभावित रहा। अब तीनों यूनिटें पूरी क्षमता के साथ चल रही हैं।