इंटरनेट सेवाएं बंद, कारोबार प्रभावित, बुधवार रात 12 बजे तक और बढ़ी नेट पर पाबंदी Aligarh News
शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए इंटरनेट सेवाएं मंगलवार को दूसरे दिन भी बंद रहीं। इससे कारोबार प्रभावित रहा। ई-बिलिंग नहीं हुई। कारोबारियों ने मैन्युअल बिलिंग की।
अलीगढ़ [जेएनएन]। शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए इंटरनेट सेवाएं मंगलवार को दूसरे दिन भी बंद रहीं। इससे कारोबार प्रभावित रहा। ई-बिलिंग नहीं हुई। कारोबारियों ने मैन्युअल बिलिंग की। तमाम व्यापारियों ने तालानगरी व हनुमान चौकी समेत देहात क्षेत्र में जाकर काम निपटाए। सरकारी विभागों व निजी कार्यालयों में कार्य बाधित रहा। सीए व कर अधिवक्ता काम नहीं कर पा रहे। सोशल मीडिया पर घंटों बिताने वाले युवाओं की जिंदगी नीरस-सी ही हो गई है। बुधवार रात 12 बजे तक इंटरनेट पर पाबंदी और बढ़ा दी गई है।
15 दिसंबर से बंद है इंटरनेट
एएमयू में बवाल के बाद 15 दिसंबर से ही शहर की इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। लीज व लूप लाइन तक नहीं चल रहीं। प्रशासन को इंटरनेट के जरिये भड़काऊ मैसेज व वीडियो भेजने से फिजां और खराब होने की आशंका है। हालांकि, डिजिटल हो चुकी लाइफ स्टाइल के चलते इससे काफी परेशानी हो रही है।
ट्रांजेक्शन में समस्या
तमाम लोग शॉपिंग व अन्य सेवाओं के लिए कार्ड के साथ गूगल पे, पेटीएम, भीम एप आदि के जरिये भुगतान करते हैं। व्यापारियों के बीच भी नेटबैकिंग के जरिये रकम का आदान-प्रदान होता है, जो नहीं हो पा रहा। बैंकों में अपना सर्वर होने से कुछ समाधान हो जाता है।
नहीं मिल रहे ईमेल
नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, जिला उद्योग केंद्र, जीएसटी, बिजली समेत ऐसे तमाम सरकारी कार्यालय जिनके पास फाइबर ऑप्टिकल फाइबर सुविधा नहीं हैं, वहां इंटरनेट से होने वाले काम बाधित हैं। कहीं ई-टेंडङ्क्षरग नहीं हो रही तो कहीं जरूरी ई-मेल नहीं आ-जा पा रहे।
युवा कर रहे इंटरनेट की दुआ
इंटरनेट सेवाओं से यूं तो काफी कुछ बाधित है। मगर उन युवाओं के लिए मुश्किल घड़ी है, जो कुछ पल ही इंटरनेट बंद हो जाए तो बेचैन हो जाते हैं। मोबाइल को ऑन-ऑफ या सिम को चेक करने लगते हैं। सेल्फी लेने की चाहत होती है, पर इंटरनेट नहीं है यह भूल जाते हैं। याद आता है तो झल्ला जाते हैं। युवा वर्ग इंटरनेट सेवाओं के बिना बेचैन हैं। न तो पढ़ाई में मन लग रहा है और न दूसरे काम में। बुधवार 12 बजे तक इंटरनेट सेवाएं और बंद रहने से उनकी हालत का अंदाजा खुद लगा सकते हैं।
इंटरनेट बंद करना समाधान नहीं
युवा लोकदल के जिला महामंत्री ललित राजपूत का कहना है कि इंटरनेट बंद होने से आमजन को परेशानी हो रही है। सरकार को चाहिए कि ऐसे मामलों में इंटरनेट की बजाय सोशल साइट्स साइट्स पर रोक लगाए। इनके अकाउंट को आधार से जोड़ा जाए।
डिजाइन भी नहीं भेज पा रहे
हार्डवेयर निर्माता चेतन पांडेय का कहना है कि ईमेल न चलने से नए ऑर्डर नहीं ले पा रहे हैं। हार्डवेयर की डिजाइन भी नहीं भेज पा रहे। ई-वेबिल जेनरेट करने के लिए लैपटॉप व प्रिंटर लेकर सासनी के पास पहुंचा था, तब कुछ काम हो सका।
ऑनलाइन बुकिंग नहीं होने से रेलवे की टिकट विंडो पर भीड़
इंटरनेट सेवा ठप होने से ऑनलाइन रेल टिकट बुक कराने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनका रुख रेलवे स्टेशन पर बनी टिकट विंडो व वीटीएम की ओर है। वहां भीड़ है। रेलवे अफसरों के अनुसार दो दिनों में स्टेशन की टिकट विंडो से 45 हजार से अधिक टिकटों की बिक्री हुई है। वीटीएम से भी करीब 15 हजार टिकटों की बिक्री की गई है।
आरटीओ में भी काम प्रभावित
नेट बंद रहने से आरटीओ में लर्निंग व परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनाने समेत अन्य कामकाज प्रभावित है। आवेदकों को निराश लौटना पड़ रहा है। आरटीओ प्रशासन केडी सिंह ने बताया कि शहर में हालात सामान्य होने पर नेट सेवा शुरू होगी। तभी लाइसेंस आदि बन सकेंगे।