1500 हेक्टेयर आवासीय और 436 हेक्टेयर बढ़ेगा औद्योगिक दायरा ALIGARH NEWS
शहर की बढ़ती आबादी की जरूरतें पूरी करने को अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) का मास्टर प्लान 2031 (प्रारूप क) तैयार हो गया है।
By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Sun, 21 Jul 2019 05:58 PM (IST)Updated: Sun, 21 Jul 2019 07:44 PM (IST)
सुरजीत पुंढीर, अलीगढ़ : शहर की बढ़ती आबादी की जरूरतें पूरी करने को अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) का मास्टर प्लान 2031 (प्रारूप क) तैयार हो गया है। संभागीय नियोजन खंड विभाग आगरा ने परीक्षण के लिए यहां भेज दिया है। इस बार शहर में करीब 1500 हेक्टेयर आवासीय व 436 हेक्टेयर औद्योगिक क्षेत्र बढ़ाया गया है। हवाई पट्टी के सामने बौनेर पर नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित होगा। वहीं तीन विश्वविद्यालय, एक सोलर पार्क और एक सामाजिक वानिकी पार्क के लिए जमीन चिह्नित की गई है। अब इसे मुहर के लिए शासन को भेजा जा रहा है। वहां से मुहर लगने पर अधिसूचना जारी कर दावे-आपत्ति मांगे जाएंगे।
पहली बार 10 साल के लिए
शहर में सुनियोजित विकास की जिम्मेदारी एडीए की है। ऐसे में शहर के लोगों की जरूरतें पूरी करने को महायोजना लागू होती है। इसमें प्राधिकरण के सभी क्षेत्रों में निर्माण का दायरा तय होता है। बढ़ती आबादी के साथ ही इसमें संशोधन होता रहता है। अब तक 20 साल में इसका संशोधन होता रहा है। अभी 2001 से महायोजना 2021 लागू है। अब पहली बार सरकार 10 साल के लिए महायोजना लागू करा रही है।
आगरा को मिला काम
शासन स्तर से यहां की महायोजना बनाने की जिम्मेदारी संभागीय नियोजन खंड विभाग आगरा को दी गई है। इन्होंने शहर के कई सर्वे किए। सेटेलाइट के माध्यम से भी स्थिति पर नजर डाली गई। यहां के अफसरों व आमजन की राय ली गई है। शासन स्तर पर चीफ टाउन प्लानर की निगरानी में महायोजना बनकर तैयार हुई है
आवासीय क्षेत्र सबसे ज्यादा
नई महायोजना में आवासीय और उद्योग क्षेत्रफल बढ़ाने पर ज्यादा जोर दिया गया है। अब तक प्राधिकरण क्षेत्र में 6128 हेक्टेयर भूमि आवासीय थी। अब इसमें 1567 हेक्टेयर की बढ़ोत्तरी की गई। ऐसे में अब आवासीय का नया दायरा 7695 हेक्टेयर होगा। वैसे तो शहर के चारों कोनों पर आवासीय क्षेत्र बढ़ा है, लेकिन सबसे अधिक अलीगढ़ से हरदुआगंज के बीच में हैं। अब तक रामघाट रोड पर यह क्षेत्र कृषि के लिए प्रस्तावित था। लेकिन, अब आवासीय होगा। यहां फ्लैट, भवन का निर्माण हो सकेगा। इसी तरह खेरेश्वरधाम से रेलवे फ्रेट कॉरिडोर के बीच का हिस्सा भी आवासीय प्रस्तावित है।
तालानगरी और अनूपशहर रोड जस के तस
नई महायोजना में अब तक 1077 हेक्टेयर में औद्योगिक क्षेत्र था, लेकिन अब दायरा 1513 पहुंच गया है। तालानगरी और अनूपशहर रोड का पुराना ही रहेगा। जीटी रोड पर पनेठी व बौनेर के बीच नया औद्योगिक क्षेत्र होगा। इसी तरह मथुरा रोड के निकट तालसपुर खुर्द में भी औद्योगिक दायरा बढ़ा है। खैर रोड पर भी कुछ क्षेत्र को औद्योगिक के लिए छोड़ा गया है। लघु उद्योग के लिए 608, भारी उद्योग के लिए 885 हेक्टेयर तय है। पहली बार 19.24 हेक्टेयर जमीन लघु व आवासीय क्षेत्रफल के लिए भी तय हुई है।
सोलर एनर्जी पार्क की सौगात
शहर को आने वाले दिनों में सोलर एनर्जी पार्क की भी सौगात मिल सकती है। नई महायोजना में तालसपुर खुर्द के निकट 161 हेक्टेयर भूमि इसके लिए प्रस्तावित किया है। इसी के बराबर में सामाजिक वानिकी पार्क के लिए 128 हेक्टेयर भूमि प्रस्तावित हुई है। वन क्षेत्र की सीमा अब प्राधिकरण में 387 हेक्टेयर रहेगी। हरित पट्टिका का दायरा 411 से बढ़ाकर 419 किया जा रहा है। पार्क व खुले स्थल के लिए 1201 हेक्टेयर भूमि तय हुई है, जो अब तक 432 हेक्टेयर थी।
शहर के अंदर पुरानी स्थिति
नई महायोजना में शहर के बाहर बड़ा बदलाव हुआ है, लेकिन शहर के अंदर स्थिति जस की तस रखी है। रामघाट रोड को अब भी आवासीय और व्यावसायिक दोनों के लिए छोड़ा गया है। वहीं ट्रांसपोर्ट नगर नई महायोजना में अंडला में प्रस्तावित किया गया है।
सामुदायिक सुविधाएं
सामुदायिक सुविधाओं के दायरे में भी खासी बढ़ोत्तरी की गई। 100 नए हॉस्पिटल के लिए जमीन तय हुई है। पुरानी महायोजना में जहां 428 हेक्टेयर में यह सुविधा थी। नई महायोजना में 605 हेक्टेयर पर पहुंचेगी।
यह जरूर समझें
एडीए के दायरे में पिछले दिनों 407 गांव और नए शामिल हो गए हैं, लेकिन अभी प्राधिकरण ने इनमें विकास कार्य शुरू नहीं किए हैं। जो यह महायोजना 2031 प्रारूप क बनाई गई, यह 2021 के दायरे में ही समायोजित हुई है। जल्द ही कुछ सालों बाद 407 गांव के दायरे को भी शामिल कर प्रारूप ख के रूप में नई महायोजना बनेगी।
यह है प्रस्तावित भू उपयोग
भू उपयोग, 2021, 2031, बढ़ोत्तरी, फीसद
आवासीय, 6128, 7628, 1567, 47.21
व्यावसायिक, 258, 508, 250, 3.12
उद्योग, 1077, 1513, 436, 9.20
सुविधाएं, 942, 1249, 307, 7.67
परिवहन, 1083, 1679, 596, 10.30
पार्क, 1109, 2562, 1453, 15.72
अन्य, 525, 627, 102, 3.85
पहली बार 10 साल के लिए
शहर में सुनियोजित विकास की जिम्मेदारी एडीए की है। ऐसे में शहर के लोगों की जरूरतें पूरी करने को महायोजना लागू होती है। इसमें प्राधिकरण के सभी क्षेत्रों में निर्माण का दायरा तय होता है। बढ़ती आबादी के साथ ही इसमें संशोधन होता रहता है। अब तक 20 साल में इसका संशोधन होता रहा है। अभी 2001 से महायोजना 2021 लागू है। अब पहली बार सरकार 10 साल के लिए महायोजना लागू करा रही है।
आगरा को मिला काम
शासन स्तर से यहां की महायोजना बनाने की जिम्मेदारी संभागीय नियोजन खंड विभाग आगरा को दी गई है। इन्होंने शहर के कई सर्वे किए। सेटेलाइट के माध्यम से भी स्थिति पर नजर डाली गई। यहां के अफसरों व आमजन की राय ली गई है। शासन स्तर पर चीफ टाउन प्लानर की निगरानी में महायोजना बनकर तैयार हुई है
आवासीय क्षेत्र सबसे ज्यादा
नई महायोजना में आवासीय और उद्योग क्षेत्रफल बढ़ाने पर ज्यादा जोर दिया गया है। अब तक प्राधिकरण क्षेत्र में 6128 हेक्टेयर भूमि आवासीय थी। अब इसमें 1567 हेक्टेयर की बढ़ोत्तरी की गई। ऐसे में अब आवासीय का नया दायरा 7695 हेक्टेयर होगा। वैसे तो शहर के चारों कोनों पर आवासीय क्षेत्र बढ़ा है, लेकिन सबसे अधिक अलीगढ़ से हरदुआगंज के बीच में हैं। अब तक रामघाट रोड पर यह क्षेत्र कृषि के लिए प्रस्तावित था। लेकिन, अब आवासीय होगा। यहां फ्लैट, भवन का निर्माण हो सकेगा। इसी तरह खेरेश्वरधाम से रेलवे फ्रेट कॉरिडोर के बीच का हिस्सा भी आवासीय प्रस्तावित है।
तालानगरी और अनूपशहर रोड जस के तस
नई महायोजना में अब तक 1077 हेक्टेयर में औद्योगिक क्षेत्र था, लेकिन अब दायरा 1513 पहुंच गया है। तालानगरी और अनूपशहर रोड का पुराना ही रहेगा। जीटी रोड पर पनेठी व बौनेर के बीच नया औद्योगिक क्षेत्र होगा। इसी तरह मथुरा रोड के निकट तालसपुर खुर्द में भी औद्योगिक दायरा बढ़ा है। खैर रोड पर भी कुछ क्षेत्र को औद्योगिक के लिए छोड़ा गया है। लघु उद्योग के लिए 608, भारी उद्योग के लिए 885 हेक्टेयर तय है। पहली बार 19.24 हेक्टेयर जमीन लघु व आवासीय क्षेत्रफल के लिए भी तय हुई है।
सोलर एनर्जी पार्क की सौगात
शहर को आने वाले दिनों में सोलर एनर्जी पार्क की भी सौगात मिल सकती है। नई महायोजना में तालसपुर खुर्द के निकट 161 हेक्टेयर भूमि इसके लिए प्रस्तावित किया है। इसी के बराबर में सामाजिक वानिकी पार्क के लिए 128 हेक्टेयर भूमि प्रस्तावित हुई है। वन क्षेत्र की सीमा अब प्राधिकरण में 387 हेक्टेयर रहेगी। हरित पट्टिका का दायरा 411 से बढ़ाकर 419 किया जा रहा है। पार्क व खुले स्थल के लिए 1201 हेक्टेयर भूमि तय हुई है, जो अब तक 432 हेक्टेयर थी।
शहर के अंदर पुरानी स्थिति
नई महायोजना में शहर के बाहर बड़ा बदलाव हुआ है, लेकिन शहर के अंदर स्थिति जस की तस रखी है। रामघाट रोड को अब भी आवासीय और व्यावसायिक दोनों के लिए छोड़ा गया है। वहीं ट्रांसपोर्ट नगर नई महायोजना में अंडला में प्रस्तावित किया गया है।
सामुदायिक सुविधाएं
सामुदायिक सुविधाओं के दायरे में भी खासी बढ़ोत्तरी की गई। 100 नए हॉस्पिटल के लिए जमीन तय हुई है। पुरानी महायोजना में जहां 428 हेक्टेयर में यह सुविधा थी। नई महायोजना में 605 हेक्टेयर पर पहुंचेगी।
यह जरूर समझें
एडीए के दायरे में पिछले दिनों 407 गांव और नए शामिल हो गए हैं, लेकिन अभी प्राधिकरण ने इनमें विकास कार्य शुरू नहीं किए हैं। जो यह महायोजना 2031 प्रारूप क बनाई गई, यह 2021 के दायरे में ही समायोजित हुई है। जल्द ही कुछ सालों बाद 407 गांव के दायरे को भी शामिल कर प्रारूप ख के रूप में नई महायोजना बनेगी।
यह है प्रस्तावित भू उपयोग
भू उपयोग, 2021, 2031, बढ़ोत्तरी, फीसद
आवासीय, 6128, 7628, 1567, 47.21
व्यावसायिक, 258, 508, 250, 3.12
उद्योग, 1077, 1513, 436, 9.20
सुविधाएं, 942, 1249, 307, 7.67
परिवहन, 1083, 1679, 596, 10.30
पार्क, 1109, 2562, 1453, 15.72
अन्य, 525, 627, 102, 3.85
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