बढ़ते औद्योगीकरण के साथ बढ़ रहा कार्बन डाई आक्साइड का उत्सर्जन Aligarh news
सेंटर फार ग्रीन एंड रिन्यूएबल एनर्जी के संस्थापक निदेशक प्रो. एम रेहान ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों का उपयोग सकारात्मक आर्थिक विकास के लिए मार्ग प्रशस्त करने ऊर्जा दक्षता सुनिश्चित करने और नकारात्मक जलवायु परिवर्तन को कम करने के उद्देश्य से है।
अलीगढ़, जेएनएन : एएमयू इंजीनियरिंग कालेज के इंस्टीट्यूूूट आफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियर्स (आइईईई) की स्टूडेंट ब्रांच ने वर्ल्ड इंजीनियर्स डे के मौके पर आनलाइन पैनल चर्चा का आयोजन किया। सेंटर फार ग्रीन एंड रिन्यूएबल एनर्जी के संस्थापक निदेशक प्रो. एम रेहान ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों का उपयोग सकारात्मक आर्थिक विकास के लिए मार्ग प्रशस्त करने, ऊर्जा दक्षता सुनिश्चित करने और नकारात्मक जलवायु परिवर्तन को कम करने के उद्देश्य से है।
प्रदूषण के नुकसान पर चर्चा
उन्होंने कहा कि ब्लाकचेन और फ्लोटिंग सोलर और एग्रो फोटोवोल्टिक्स की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है। सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. मसरूर आलम ने भूजल संसाधनों के संरक्षण और प्रदूषण के नुकसान पर चर्चा की। प्रो. विशाल गुप्ता ने कहा कि बढ़ते औद्योगीकरण के साथ कार्बन डाई आक्साइड उत्सर्जन बढ़ रहा है। इस पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। पंडित दीन दयाल ऊर्जा विश्वविद्यालय गुजरात के प्रो. वीएसकेवी हरीश ने ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के संबंध में ऊर्जा खपत पर सटीक डेटा प्राप्त करने के तरीकों पर प्रकाश डाला। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. सलमान हमीद ने पर्यावरण के अनुकूल हरित ऊर्जा संसाधनों, कम पानी और बिजली का उपभोग करने वाले उपकरणों के उपयोग पर जोर दिया। कार्यक्रम में मुहम्मद जैद समेत तमाम शिक्षक व छात्रों ने भाग लिया।