एल्युमिनियम की लूट के दो बदमाश मुठभेड़ में घायल, गाजियाबाद से धातु भरे कैंटर को लिया था कब्जे में
गाजियाबाद से दिल्ली जा रही 15 टन एल्युमिनियम की लूट में खैर पुलिस ने दो बदमाशों को बुधवार रात मुठभेड़ में घायल कर दिया। एक अन्य गिरफ्तार कर लिया।
अलीगढ़ (जेएनएन)। गाजियाबाद से दिल्ली जा रही 15 टन एल्युमिनियम की लूट में खैर पुलिस ने दो बदमाशों को बुधवार रात मुठभेड़ में घायल कर दिया। एक अन्य गिरफ्तार कर लिया। उनका एक साथी भाग निकला। इस मामले में गाजियाबाद पुलिस ट्रक चालक फुरकान निवासी गांव बेहटा गोसाई थाना बिलसी (बदायूं) को जेल भेज चुकी है।
ऐसे लूटा था एल्युमिनियम भरा कैंटर
गाजियाबाद के लोनी बंथला स्थित आइसीडी कंटेनर डिपो से दिल्ली के लिए कैंटर शनिवार को करीब 15 टन एल्युमिनियम भरकर चला था। कैंटर को फुरकान चला रहा था। साथ में भाई शानू व कंपनीकर्मी महेंद्र था। रविवार दोपहर चालक फुरकान अलीगढ़ पुलिस के पास पहुंचा और लूट की शिकायत की। बताया कि डिपो से कैंटर निकलते ही बंथला तिराहे के पास चार युवकों ने हाथ देकर रोका। वे कंटेनर में घुस आए और हथियारों के बल पर उसे, क्लीनर और कंपनीकर्मी को बंधक बना लिया। कैंटर को खैर ले गए। यहां पंक्चर होने पर दूसरे कैंटर में माल लादकर ले गए। शक होने पर सर्विलांस टीम उसे लोनी कोतवाली लेकर पहुंची। पूछताछ में चालक के बयान विरोधाभासी निकले। पुलिस ने धारा- 406 का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर एक कुंतल माल भी बरामद हुआ। लोनी थाना प्रभारी संजय वर्मा ने बताया था कि चारों युवकों को उसने ही बुलाया था और उन्हें अलीगढ़ ले गया।
माल बेचने आए थे बदमाश
खैर इंस्पेक्टर छोटेलाल ने बताया कि चार बदमाश माल बेचने गोमत जा रहे थे। सोफा नहर के पास पिसावा मार्ग पर घेराबंदी की। बदमाशों ने फायङ्क्षरग कर दी। जवाबी कार्रवाई में ओमवीर निवासी बैना टप्पल, सुरेश निवासी शेरपुर पिसावा के पैर में गोली लगी। सुंदर निवासी मोहनपुरी बुलंदशहर भी पकड़ा गया। उनका साथी राजकुमार निवासी हाथरस फरार हो गया। इनसे करीब पांच टन एल्युमिनियम बरामद हुआ है, जो कंटेनर के आगे के हिस्से में छिपाकर रखा गया था।
एल्युमिनियम छिपाने की फिराक में थे
बदमाश लूटी गई एल्युमिनियम को लोधा के खेरेश्वर बाइपास के पास ठिकाने लगाने की फिराक में थे। बताते हैं कि गौंडा मोड़ पर खड़े शहरी मदनगढ़ी के तीन मजदूरों से गड्ढा खुदवाकर एल्युमिनियम दफनाने की बात भी हुई। भनक लगते ही पुलिस ने तीनों मजदूरों को दबोच लिया था। इनमें मनोज, इंद्रा और प्रेमसिंह हैं।