रमजान माह में हाथरस के कुख्यात ने कर ली गुनाहों से तौबा
हाथरस के कुख्यात ने रमजान और परिवार का हवाला देकर छोड़ी अपराध की दुनिया।
अलीगढ़ : हाथरस के लोगों से लूटपाट, मोबाइल चोरी, बाइक लूटना और मारपीट आदि करने वाला कुख्यात युवक बुधवार को अचानक खुद ही सादाबाद की कोतवाली में पहुंच गया। लूट की वारदातों में माहिर बदमाश को देखकर पुलिस कर्मी भी हैरत में पड़ गए। कुख्यात इस युवक ने कोतवाल के सामने रमजान पाक माह का हवाला दिया और अपने गुनाह कबूल किए और भविष्य में गुनाहों से तौबा कर ली। परिवार और पाक रमजान माह का हवाला देते हुए उसने जरायम की दुनिया छोड़ने का वादा किया। ये कुख्यात कोई और नहीं बल्कि इलाके में मशहूर बदमाश मौसिम है, जो चार दिन पहले 13 माह बाद जेल से छूटकर आया है। वह लूट के मामले में जेल गया था। अब मौसिम मेहनत, मजदूरी करके परिवार का पेट पालना चाहता है।
मौसिम पुत्र गुड्डू अपनी बस्ती मुकेरखाना और सुभाष गली में करीब पांच साल से चोरी, मोबाइल पार करने में माहिर था। धीरे-धीरे से उसने अपराध की दुनिया में पैर जमा लिया और लूट, डकैती, नशीले पदार्थों की तस्करी करने लगा। कई बार जेल की हवा खाने के बाद मौसिम कुख्यात अपराधी बनकर मोहल्ला बस्ती में खौफ पैदा करने लगा। जेल जाने से पहले चंदपा कोतवाली क्षेत्र में हुई डकैती के मामले में उसे पुलिस ने दबोचा लिया था। जेल से बाहर आने के बाद उसने लूट की घटना को अंजाम दिया। उस दौरान कोतवाली में बतौर प्रभारी चार्ज लेने वाले एसओ केपी ¨सह ने उसे पकड़ लिया और सख्त पूछताछ के बाद जेल भेज दिया। चार दिन पहले मौसिम जेल से बाहर आया तो उसने गुनाहों का पश्चाताप करने का फैसला कर लिया। सादाबाद कोतवाली में प्रभारी निरीक्षक केपी ¨सह के सामने गुनाहों से तौबा कर ली। मौसिम के इस फैसले को लेकर लोगों में बेहद चर्चा है।