सीएए के विरोध में अलीगढ़ में दो जगह धरना, ऊपरकोट बवाल में एसआइटी की जांच ने पकड़ी रफ्तार
सीएए के विरोध में अलीगढ़ में महिलाएं सड़क पर हैं। दो स्थानों पर धरना दिया जा रहा है। इसके चलते शहर में भी तनाव के हालात हैं।
अलीगढ़ (जेएनएन)। सीएएम के विरोध में अलीगढ़ में सोमवार को भी दो जगह धरना जारी है। शाहजमाल ईदगाह के बाहर सैंकड़ों महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। यहां 29 जनवरी से धरना दिया जा रहा है। वहीं, एएमयू में छात्राएं धरने पर बैठी हैं। एएमयू में 15 दिसंबर से धरना दिया जा रहा है। 23 फरवरी को ऊपरकोट में हुए बवाल की जांच एसआइटी कर दी है। जांच की रफ्तार अब तेज कर दी गई है। एसपी क्राइम डॉ. अरविंद कुमार के नेतृत्व में नौ सदस्यीय टीम कोतवाली नगर, सिविल लाइन, देहलीगेट व क्वार्सी थानों में दर्ज मुकदमों की जांच कर रही है। टीम ने रविवार को भी जांच जारी रखी। मुकदमों का अध्ययन करने के साथ सीसीटीवी फुटेज, वीडियो, फोटो की जांच की। टीम वादी व गवाहों के बयान दर्ज करने व साक्ष्यों के संकलन पर जोर दे रही है। एसपी क्राइम ने बताया कि हर बिंदु को दायरे मे रखकर विवेचना की जा रही है।
एएमयू में भड़काऊ बयान देने वाले डॉ. कफील विशेष बैरक में शिफ्ट
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी में भड़काऊ भाषण देने के मामले में जेल में निरुद्ध डॉ. कफील खान को विशेष बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है। इस बैरक में अन्य कैदियों को जाना प्रतिबंधित हैं। डॉ. कफील खान की पत्नी शबिस्ता खान ने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और डीजी जेल को पत्र लिखकर उनकी जान को खतरा बताया था। इसके बाद ही प्रशासनिक अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। जेल अधीक्षक शैलेंद्र मैत्रेय ने बताया कि डॉ. कफील की सुरक्षा को लेकर डीएम और एसएसपी ने भी जायजा लिया है। उनके स्वजन भी लगातार मुलाकात करने के लिए जेल आ रहे हैं। समय-समय पर उनकी सुरक्षा की भी समीक्षा की जा रही है।
बवाल में चिह्नित 752 लोगों को नोटिस, कराया पाबंद
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शाहजमाल, पुरानी चुंगी, जीवनगढ़ में धरने और ऊपरकोट बवाल के दौरान चिह्नित 752 लोगों को शांतिभंग में पाबंद कराने के लिए पुलिस ने नोटिस दिए हैं। पांच हिस्ट्रीशीटरों समेत 20 लोगों पर गुंडा एक्ट में कार्रवाई की है। धरना स्थलों के पास रहने वाले 48 लाइसेंसधारकों को अपने असलहा जमा करने को नोटिस दिए गए हैं। एसएसपी मुनिराज ने बताया कि विरोध प्रदर्शन वाले स्थलों के आसपास की सात शस्त्र दुकानों के साथ 48 लाइसेंसी असलाहधारकों व तेजाब बेचने वाली 13 दुकानों, खुले में पेट्रोल न बेचने को दस पेट्रोल पंपों की चेकिंग व सत्यापन कराया गया। धरनास्थलों के आसपास ड्रोन कैमरे से निगरानी की गई। मकानों पर ईंट-पत्थर मिलने पर दस मकान स्वामियों को उन्हें हटाने के लिए नोटिस दिए गए हैं। 48 लाइसेंसधारकों को असलहे जमा कराने को कहा गया है। विरोध प्रदर्शन करने वाले 752 अराजक तत्वों को चिह्नित कर शांतिभंग में पाबंद कराया गया है। शांति व्यवस्था को प्रभावित करने वाले पांच हिस्ट्रीशीटरों की निगरानी करते हुए उन्हें पाबंद कराया गया है। शहर के संवेदनशील क्षेत्रों में 18 स्थानों पर बैठकें कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई। एसएसपी ने दावा किया कि जिले में कानून व शांति व्यवस्था सामान्य है। पुलिस पिकेट व पेट्रोलिंग जारी है। सेक्टर वाइज पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हैं। गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
जीवनगढ़ में तनाव खत्म, पटरी पर आए हालात
जीवनगढ़ बाइपास पर धरना समाप्त होने के बाद हालात पटरी पर लौटने लगे हैं। रविवार को इलाके में चहल-पहल रही। वाहनों का आवागमन पूर्व की भांति रहा। दुकानों पर रौनक लौट आई। सोशल मीडिया पर कुछ लोग उन सपा नेताओं को आड़े हाथों ले रहे हैं, जिनकी भूमिका धरना समाप्त कराने में रही। रविवार को कार्यकर्ताओं के साथ यहां पहुंचे सपा युवजन सभा के प्रदेश सचिव सलमान शाहिद ने जनसमस्याएं सुनीं। नोटिस वापस कराने का आश्वासन दिया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से साथ बाइपास से धरना समाप्त कराने पूर्व सपा महानगर अध्यक्ष अज्जू इश्हाक व प्रदेश सचिव सलमान भी पहुंचे थे। लोगों को समझा बुझाकर घर भेज दिया। पुलिस ने यहां कई घरों पर नोटिस चस्पा किए थे, इसे लेकर लोगों में नाराजगी थी। धरना समाप्त होने से कुछ लोगों के मंसूबों पर पानी फिर गया है। सोशल मीडिया के जरिये सपा नेताओं पर निशाना साधा जा रहा है। तरह-तरह के पोस्ट डाले जा रहे हैं, कमेंट किए जा रहे हैं। कई लोग सराहना भी कर रहे हैं। लोगों के बीच पहुंचे सलमान शाहिद ने धरना समाप्त करने पर आभार जताया। कहा, मैं आपका हूं और हमेशा रहूंगा। सलमान ने बताया कि लोगों ने पुलिस के परेशान करने व नोटिस को लेकर शिकायत की थी। एक व्यक्ति ने धरने के दौरान लकड़ी चोरी की शिकायत की। क्वार्सी थाना प्रभारी को बुलाकर शिकायतों के निस्तारण को कहा। पुलिस के स्तर से सीज की गईं बाइक वापस दिलवा दी। सपाइयों में आस मोहम्मद, पार्षद शाकिर, युनूस खान, शकील, यासीन, इमरान, शमीम, मुबारक अली थे।