जमीन के बदले फौजी को 40 लाख का चूना लगाया, शातिरों को खोज रही पुलिस Aligarh News
फौजी को जमीन दिलाने के बदले 40 लाख हड़प लेने वाले शातिरों को पुलिस खोज रही है। इस मामले में मुख्य सरगना को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जमीन दिलाने के बदले धोखाधड़ी कर लाखों रुपये हड़प लेने वाला एक गिरोह सक्रिय है।
अलीगढ़, जेएनएन। कोतवाली खैर क्षेत्र के एक फौजी को जमीन दिलाने के बदले 40 लाख हड़प लेने वाले शातिरों को पुलिस खोज रही है। इस मामले में मुख्य सरगना को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। खैर क्षेत्र में लोगों को जमीन दिलाने के बदले धोखाधड़ी कर लाखों रुपये हड़प लेने वाला एक गिरोह सक्रिय है।
यह है मामला
क्षेत्र के गांव बिसारा निवासी मीरा देवी पत्नी गिरीश कुमार ने पिछले दिनों ंधोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि पति आर्मी में हवलदार के पद पर तैनात हैं। उन्होंने रिटायरमेंट के बाद कुछ कारोबार करने के इरादे से जमीन खरीदने मन बनाया था। इस मामले में चचेरे भाई ओमवीर की मदद ली। ओमवीर ने लोधा के ल्हौसरा निवासी कपिल, खैर के बिरौला गांव के जितेंद्र कुमार व कस्बा खैर निवासी सुमित से मिलवाया। आरोप है कि तीनों ने षडयंत्र के तहत हवलदार के पिता व अन्य स्वजन को जट्टारी रोड पर पांच बीघा जमीन के बारे में बताया और जगह पसंद कराकर उसका 40 लाख रुपये में सौदा करा दिया। तय समय पर नौ जून को गणेश कुमार नामक फर्जी जमीन मालिक दर्शाकर खैर तहसील में बैनामा करा दिया। इसमें फर्जी दस्तावेजों का भी प्रयोग किया गया।
बैंक के चेक के जरिए खातों में भुगतान
आरोप है कि लेन-देन का भुगतान बैंक चेक के जरिए खातों में किया गया था। मीरा देवी के अनुसार एक जुलाई को जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे ताे वहां असली मालिक गनेश दीक्षित मिले अौर उन्होंने किसी तरह के बैनामा करने से साफ मना कर दिया। आरोप है कि इस संबंध में कपिल, जितेंद्र व सुमित से रुपये वापस कराने काे कहा तो तीनों ने पति को अपहरण कर ले जाने की धमकी तक दे डाली। इंस्पेक्टर खैर प्रवेश कुमार ने बताया कि जमीन दिलाने के बदले धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सरगना कपिल निवासी ल्हौसरा, लोधा को फर्जी आधार कार्ड, पेन कार्ड आदि दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। अब गिरोह के सक्रिय सदस्यों की खोजबीन के लिए दो टीमें जुटी हुई हैं, जल्द आरोपितों को पकड़ा जाएगा।