अलीगढ़ में तीन महिलाओं ने ऐसे सजा ली अपनी चित्ता
दीपावली, गोवर्धन के दौरान जिले में जगह-जगह हुई घटनाओं में तीन महिलाओं की आग लगने से मौत हो गई। इन महिलाओं ने खुद को आग के हवाले कर दिया।
अलीगढ़ (जेएनएन)। दीपावली, गोवर्धन के दौरान जिले में जगह-जगह हुई घटनाओं में तीन महिलाओं की आग लगने से मौत हो गई। इन महिलाओं ने खुद को आग के हवाले कर दिया।परिजनों न इन महिलाओं को बचाने का काफी प्रयास किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
खुद को किया आग के हवाले
खैर कस्बे के कोतवाली गांव कीलपुर विवाहिता छोटी (22 वर्ष) ने गृहक्लेश में खुद को आग के हवाले कर दिया। कोतवाली के गांव कीलपुर निवासी रिंकू की शादी एक वर्ष पूर्व छोटी के साथ हुई थी। दोनों में गुरुवार शाम को किसी बात को लेकर विवाद हो गया जिसके चलते महिला ने अपने ऊपर मट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। महिला की चीख-पुकार सुनकर परिजन एकत्रित हो गए तथा आग पर काबू पाया। मौके पर पहुंचे पड़ोसियों ने 100 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने जा कर देखा तो महिला की मौके पर ही मौत हो गई। शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। महिला के परिजनों को सूचना कर दी गई है। वहीं कोतवाल अरविंद कुमार राठी ने बताया कि किसी भी तरह की कोई तहरीर नहीं आई है।
मायके न भेजने पर महिला ने आग लगाकर दे दी जान
अकराबाद क्षेत्र के कस्बा पिलखना में ममता (28) पत्नी विनोद कुमार ने गुरुवार को सुबह करीब 11 बजे अपने ऊपर मिट्टïी का तेल छिड़ककर आग लगा ली। घटना से परिवार में कोहराम मच गया। आसपास के तमाम लोग मौके पर आ गए। परिजनों के अनुसार दीपावली पर ममता अपने मायके जाने की जिद कर रही थी। इसी बात पर पति पत्नी में कहासुनी हुई। इसके बाद ममता ने गुरुवार सुबह अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा ली। जिससे महिला की मौत हो गई। घटना की खबर पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई। मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए अलीगढ़ भेजा है।
शव ले जाने को लेकर नोकझोंक
थाना पुलिस ममता के शव को पोस्टमार्टम के लिए लेकर जाने लगी, उसी दौरान ममता की बहन, बहनोई मौके पर आ गए और मायके वालों के न आने तक शव को न ले जाने के लिए पुलिस से कहा। पुलिस के मना करने पर काफी देर नोकझोंक हुई। पुलिस ने किसी तरह दोनों को समझा बुझाकर शव अलीगढ़ भेजा।
भीड़ के दबाव में गिरी दीवार
पिलखना में हुई घटना के बाद पुलिस मृतक महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने लगी। भीड़ के दबाव से रास्ते में खड़ी एक दीवार का बड़ा हिस्सा भरभरा कर ढह गया। दीवार के नीचे बच्चा दबा होने की जानकारी पर लोग सिहर उठे। तमाम लोग दीवार की ओर टूट पड़े। ईंटे हटाने पर देखा तो कोई बच्चा नहीं था। ये देख सबने राहत की सांस ली।
खुद ही आग लगाई
ग्रामीणों के अनुसार पिसावा के गांव जलालपुर निवासी गुड्डी (32 वर्ष) पत्नी धीरज ने किसी बात से नाराज होकर अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। चीखपुकार सुन आस पास के लोगों ने गेट तोड़कर महिला को निकाला। सूचना मिलते ही परिजन महिला को इलाज के लिए दिल्ली ले गए। वहां इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। मृतका का पति धीरज बाहर किसी शहर में जॉब करता है। गुड्डी ने अपने पीछे तीन बच्चों को छोड़ा है। इंस्पेक्टर पिसावा विनोद कुमार के अनुसार घटना की सूचना नहीं मिली है।