अलीगढ़ में बिना 'आधार ' के 64 बच्चों को ऐसे जारी किया जा रहा है पुष्टाहार
आंगनबाड़ी केंद्रों पर नौनिहालों के नाम से सरकारी खजाने का बंदरबांट किसी से छिपा नहीं है। अब नौनिहालों के पंजीकरण से लाखों का घालमेल सामने आया है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। आंगनबाड़ी केंद्रों पर नौनिहालों के नाम से सरकारी खजाने का बंदरबांट किसी से छिपा नहीं है। अब नौनिहालों के पंजीकरण से लाखों का घालमेल सामने आया है। जिले में 64 हजार बच्चों के आधार कार्ड नहीं बने हैं। सूत्रों की मानें तो इनमें से अधिकतर वे है, जिनका अता-पता नहीं है। पुष्टाहार के लिए इनके फर्जी नाम दर्ज कर रखे हैं। पुष्टाहार भी हर माह जारी हो रहा है।
अलीगढ़ में हैं 3039 केंद
जिले में 3039 आंगनबाड़ी हैं। इन पर करीब 448708 नौनिहालों दर्ज हैं। 25 हजार से अधिक गर्भवती महिलाए भी हैं। सरकार ने इनके लिए तमाम योजनाएं चला रखी हैं। सभी को पुष्टाहार दिया जाता है। हॉट कुक्कड की भी शुरुआत हो गई है। सरकार एक बच्चे पर 8 रुपये रोज खर्च करती है।
आधार कार्ड नहीं
सरकार ने पुष्टाहार व हॉट कुक्कड में पारदर्शिता के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत नौनिहालों को आधार कार्ड जोडऩे के निर्देश दिए। एक निजी संस्था को काम करने की जिम्मेदारी दी गई। इस प्रक्रिया को काफी समय बीत चुका है, लेकिन अब तक 383318 नौनिहालों के ही आधार कार्ड बन पाए हैं। यह लक्ष्य का 85 फीसद हैं। हालांकि जिला सूबे में आधार कार्ड बनाने में टॉप-10 में शामिल है।
अधिकांश बच्चे फर्जी
अभी 64 हजार से अधिक नौनिहालों के आधार कार्ड नहीं बने हैं। सूत्रों की मानें तो इन बच्चों में अधिकांश फर्जी हैं। जल्द इनके नाम काटने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
अफसर बनाएंगे कार्ड
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए डीपीओ व सीडीपीओ बाकी बच्चों के आधार कार्ड बनाएंगे। इससे इनकी जिम्मेदारी तय होगी। कुछ जिलों में प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
नहीं मिले पूरे बच्चे
गभाना के रामपुर में तीन आंगनबाड़ी केंद्रों पर 175 बच्चे पंजीकृत हैं। सोमवार को 48 बच्चे मिले। गभाना केंद्र पर 105 बच्चों में से 47 मिले।
फर्जी नाम काटे जाएंगे
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रेयस कुमार का कहना है कि कुछ नौनिहालों के आधार कार्ड बनने रह गए हैं, फिर भी जिला सूबे में अच्छी स्थिति में है। जल्द ही बाकी नौनिहालों के कार्ड बना दिए जाएंगे। फर्जी नाम काटे जाएंगे।