अलीगढ़, जागरण संवाददाता।  डेंगू पर अंकुश के लिए जागरूकता, फागिंग व दवा छिड़काव के प्रत्याशित परिणाम नहीं निकल रहे। पाश कालोनियों से लेकर मलिन बस्तियों तक में जलभराव व गंदगी व्याप्त है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी यही स्थिति है। नतीजतन, बुधवार को 11 नए डेंगू रोगी सामने आए। इससे डेंगू रोगियों की कुल संख्या 134 पहुचं गई है। प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों के दौरान 82 बुखार के रोगी भी पाए गए। सरकारी व निजी अस्पतालों की ओपीडी में आए बुखार के रोगियों की संख्या अलग है। डेंगू व बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पतालों में फिर से जगह कम पड़ने लगी है।

शिविर लगाकर लोगों को दी जा रही दवा

बुधवार को डेंगू नियंत्रण अभियान के अंतर्गत जिला मलेरिया अधिकारी डा. राहुल कुलश्रेष्ठ के नेतृत्व में ग्राम सिहोर, नगर में शक्ति नगर, कुंवर नगर, नगला माली, नगला कलार व त्रिमूर्ति नगर में शिविर लगाकर 168 लोगों को दवा दी गई। डेंगू व मलेरिया की जांच के लिए 178 नमूने लिए गए। 709 घरों का सर्वे भी किया गया। 82 बुखार के रोगी पाए गए। यहां लार्वा रोधी कार्रवाई करते हुए पायरेथ्रम दवा का छिड़काव किया गया। 

31 कूलरों में फिर निकला लार्वा 

स्वास्थ्य विभाग लगातार लोगों को डेंगू से बचाव के लिए कूलर व अन्य पात्रों में पानी इकट्ठा न रखने के निर्देश दिए हैं। मलेरिया विभाग की टीमों ने 1025 घरों का भ्रमण कर 287 कूलर, 1189 कंटेनर एवं अन्य पात्रों को चेक किया। 31 पात्रों में लार्वा पाया गया। यहां भी लार्वा रोधी दवा पायरेथ्रम का छिड़काव करते हुए जन जागरूकता अभियान चलाया गया। लोगों को क्या करें क्या ना करें की पंफलेट बांटी गईं। अपने आसपास पानी इकट्ठा न होने देने, इकट्ठे पानी में जला हुआ मोबिल आयल डालने, मच्छरदानी में सोने, कूड़े कचरे का निस्तारण करने की अपील की गई। 97 लोगों की रक्त पट्टिका बनाई गईं। इस मौके पर डा. हशमत, डा. शोएव, डा. निदा, डा. तेजवीर, डा. अता, सहायक मलेरिया अधिकारी राजेश गुप्ता, नगरीय मलेरिया निरीक्षक मोनू, अजय, सत्यप्रकाश आदि मौजूद रहे।

Edited By: Anil Kushwaha