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एक हजार बीघा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे, सपा नेता व प्रधान सहित 77 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज aligarh news

सरकारी जमीन पर कब्जा करने में प्रधान भी पीछे नहीं है। दादों क्षेत्र का मामला सामने है। प्रधान सपा से जुड़ा है।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Mon, 22 Jul 2019 01:18 AM (IST)Updated: Mon, 22 Jul 2019 04:02 PM (IST)
एक हजार बीघा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे, सपा नेता व प्रधान  सहित 77 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज aligarh news
एक हजार बीघा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे, सपा नेता व प्रधान सहित 77 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज aligarh news

अलीगढ़ (जेएनएन)। सरकारी जमीन को हड़पने में दादों क्षेत्र के गांव नवीपुर के प्रधान तक पीछे नहीं रहे। चकबंदी विभाग की मिली भगत से नवीपुर गांव में ग्र्राम पंचायत की करीब एक हजार बीघा जमीन पर अवैध कब्जे हो गए। डीएम के निर्देश पर एडीएम की टीम ने जांच की तो 77 लोग दोषी पाए गए। इनके खिलाफ एक माह पूर्व तहरीर दी गई, लेकिन पुलिस को मामला दर्ज करने में एक माह लग गया। शनिवार की रात रिपोर्ट दर्ज की गई। इसका कारण जांच करना बताया जा रहा है। आरोपित प्रधान को सपा से जुड़ा बताया जा रहा है।

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कई साल पहले से हो रहे हैं कब्जे

कब्जे कई सालों से हो रहे हैं। गांव नवीपुर में ग्राम सभा की हजारों बीघा जमीन है। करीब चार माह पूर्व आरएएफ के ट्रेनिंग सेंटर के लिए जमीन तलाशी जा रही थी। तब ग्र्राम पंचायत की जमीन का रिकॉर्ड खंगाला गया। इसमें हजारों बीघा जमीन सरकारी दर्ज मिली, लेकिन खाली जमीन कम ही नजर आ रही थी। सेंटर के लिए चार सौ बीघा जमीन चिन्हित तो कर ली गई, लेकिन अन्य ग्र्राम पंचायत की जमीन पर कब्जे की जानकारी होने पर डीएम ने जांच के लिए एडीएम के नेतृत्व में टीम गठित कर दी। इस टीम की जांच में चकबंदी अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी रिकॉर्ड में भी छेड़छाड़ पाई गई। ग्र्राम पंचायत की 1040 बीघा जमीन पर सपा नेता व वर्तमान प्रधान कुंवरपाल सिंह उर्फ केपी यादव सहित 77 लोगों ने अवैध कब्जे कर  गेहूं, मक्का, गन्ना व धान आदि की फसल की बोवाई कर दी थी। इनके खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए लेखपाल चित्रपाल सिंह ने बीते 14 जून को थाना दादों में तहरीर दे दी, लेकिन तब मामला दर्ज नहीं किया गया। एक माह बाद शनिवार की रात रिपोर्ट दर्ज किया गया है।

इनके खिलाफ हुआ मामला दर्ज

गांव नवीपुर निवासी प्रधान केपी यादव, इनके भाई विजयपाल के अलावा इसी गांव के जगजीत सिंह, अमृतपाल सिंह, जोधासिंह, रामसिंह, भगवान सिंह, हरपाल सिंह, साहब सिंह, कालीचरन, तेई सिंह, महेश कुमार, कृपाल सिंह, वेदराम सिंह, राजवीर सिंह, अनोखेलाल, धर्मपाल सिंह, रमेश सिंह, अतर सिंह, यादराम, कलियान सिंह, मनवीर सिंह, राजू सिंह, लाखन सिंह, रेवती सिंह, भगवंत सिंह, ओमवीर सिंह, महावीर सिंह, वीर सहाय, नेपाल सिंह, पन्नालाल, जगदीश, गंगा चरन, मुन्ने खां,  राम सुधारे, महाराज सिंह, सतवीर सिंह, पदम सिंह, किताब सिंह, राजेश, धर्मपाल सिंह, बाबूलाल, राधेश्याम, महेंद्र सिंह, विजयपाल सिंह, मान खां, रामस्वरूप, दलवीर सिंह, नगला जयसिया निवासी राजू सिंह, नेमसिंह, राकेश कुमार, रामनिवास, रक्षपाल सिंह, भीके सिंह, किशनपाल सिंह, राकेश, रामवीर सिंह, परसादी, महाराज सिंह, गुरनाम सिंह, जोगा सिंह, रतन सिंह, नगला डूगर निवासी जागन सिंह, सूबेदार सिंह, सतीश, कालीचरन, प्रेमसिंह, गोविंद नगर काका बेगपुर निवासी अंग्रेज सिंह, गुलराज सिंह, बलविंदर सिंह, गुरदीप सिंह, गुरुवाज सिंह, दरवारा सिंह, सत्यनाम सिंह, हारुनपुर कलां निवासी राकेश सिंह, मोहरपाल सिंह, तहसली खांं, जिला कासगंज के थाना सोरों के गांव कुमरुआ मचलाना निवासी दिनेश कुमार, गांव इस्माइलपुर निवासी आशीष कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

जांच के चलते हो गई देर

थाना प्रभारी आरपी गौतम का कहना था कि जमीन पर अवैध कब्जे का मामला दर्ज कराने के लिए लेखपाल ने जून में तहरीर दी थी। इसमें 77 आरोपित थे, जिनकी जांच करने में समय लग गया है। इनके खिलाफ अब जल्द कार्रवाई की जाएगी। सपा के जिलाध्यक्ष अशोक यादव का कहना है कि  प्रधान केपी यादव का सपा से कोई संबंध कभी नहीं रहा। पार्टी के ये सदस्य तक नहीं हैं।


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