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नियमित चले चीनी मिल तो किसानों की आय हो सकती है दोगुनी Aligarh news

जनपद में गन्ने का रकबा पिछले पांच साल में 50 फीसद घट चुका है। किसान अब रकबा बढ़ाने को तैयार नहीं है। कह रहे हैं कि गन्ना उगाया तो बेचेंगे कहां? लधौआ चीनी मिल बंद हुए वर्षाें बीत गए।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Tue, 14 Sep 2021 03:29 PM (IST)Updated: Tue, 14 Sep 2021 04:05 PM (IST)
किसानों का कहना है कि चीनी मिल नियमित चले तो गन्ने का रकबा बढ़ाया जाए

अलीगढ़, जेएनएन।  जनपद में गन्ने का रकबा पिछले पांच साल में 50 फीसद घट चुका है। किसान अब रकबा बढ़ाने को तैयार नहीं है। कह रहे हैं कि गन्ना उगाया तो बेचेंगे कहां? लधौआ चीनी मिल बंद हुए वर्षाें बीत गए। साथा चीनी मिल के भरोसे गन्ने की खेती कर रहे थे, वह भी दो साल से बंद है। दूसरी मिलों में गन्ना भेजना पड़ रहा है। इसमें लागत अधिक आ रही है। सरकार साथा चीनी मिल के नवीनीकरण के लिए कोई कदम नहीं उठा रही। चीनी मिल नियमित चले तो गन्ने का रकबा बढ़ाया जाए। रविवार को पंचायत में मुद्दा उठा था। गन्ना राज्यमंत्री सुरेश राणा ने किसानों की समस्या से मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को अवगत कराने का भरोसा दिलाया है। इसी भरोसे पर किसान मिल के चलने का इंतजार कर रहे हैं।

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52 साल पुरानी साथा मिल हो चुकी है जर्जर

दरअसल, 52 साल पुरानी साथा चीनी अब जर्जर हाे चुकी है। मशीनें चल नहीं पा रहीं। इनके कलपुर्जे भी नहीं मिल रहे। ऐसे में तकनीशियनों को मशीनें ठीक करने में खासा परेशानी होती है। यही वजह है कि पिछले दो पेराई सत्र में किसानों को बहुत नुकसान हुआ। पांच साल पहले जनपद में गन्ने का रकबा 10 हजार हेक्टेअर से अधिक था, जो घटकर करीब पांच हजार हेक्टेअर रह गया है। किसानों का कहना है कि गन्ने की खेती में लागत कम आती है और मुनाफा अधिक है। सिंचाई के लिए पानी की अधिक आवश्यकता नहीं होती। कम पानी में ही बेहतर फसल हो जाती है। पानी का दोहन नहीं होता। यहां की मिट्टी भी गन्ने के मुफीद है। जबकि, धान और गेहूं की फसल के लिए अधिक पानी और खाद चाहिए होती है। इसमें किसानों की लागत अधिक आती है। यही बात जनप्रतिनिधियों को समझाई गई थी, लेकिन इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई।

नियमित चले चीनी मिल तो किसानों की आय होगी दोगुनी

भाकियू भानु के प्रदेश महासचिव डा. शैलेंद्र पाल सिंह का कहना है कि चीनी मिल नियमित चले तो किसानों की आय दोगुनी हो सकती है। किसान गन्ने की खेती पर ध्यान केंद्रित करेंगे। सर्किट हाउस में हुई मुलाकात के दौरान गन्ना राज्यमंत्री ने आश्वस्त किया है किया है कि जल्द ही अनुपूरक बजट से चीनी मिल की नई यूनिट की स्थापना की जाएगी।


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